गया (Pradeep Singh) बिहार के गया में महिलाओं ने पर्यावरण संरक्षण के प्रति अनोखा संदेश दिया है. गुरुवार की सुबह सैंकड़ों की संख्या में महिलाएं गाजे- बाजे के साथ शहर के दक्षिणी क्षेत्र में स्थित ब्रह्मयोनि पहाड़ पहुची और पेड़ों को राखी बांधते हुए गले लगाई. इस दौरान साथ रहे लोगों ने जय पर्यावरण के नारे भी लगाए.
महिलाएं अपनी हांथों में राखी की थाल सजाए चल रही थी. जिसमे राखी के अलावे मिठाई, कुमकुम सहित पूजा की अन्य सामग्री भी थी. पहाड़ के समीप पहुँचकर महिलाओं ने पूजा- पाठ किया और नारियल फोड़कर रक्षा बंधन की शुरुआत की. इनके द्वारा पेड़ों को राखी बांधकर उनकी आरती भी की गई. सभी महिलाएं अलग- अलग पेड़ों को राखी बांध रही थी.
मालूम हो कि गया में मॉर्निंग वॉकर्स ग्रुप के सदस्यों द्वारा पर्यावरण संरक्षण को लेकर बड़ा काम किया जा रहा है. ब्रह्मयोनि पहाड़ पर हजारों पेड़ लगाए गए हैं. साथ ही इनके संरक्षण का भी इंतजाम किया गया है. विविध कार्यक्रमों के द्वारा पर्यावरण के प्रति लोगों को जागरूक भी किया जाता है.
यहां पहुची महिलाओं ने गया ऑफिसर्स ट्रेनिंग सेंटर (ओटीए) में कार्यरत सेना के जवानों को राखी बांधी और मिठाई खिलायी. जिससे जवानों को भी चेहरे पर खुशी छा गई.
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वहीं स्थानीय महिला प्रोफेसर प्रतिभा ने कहा कि आज हम लोग पेड़ों को राखी बांधकर रक्षाबंधन का त्यौहार मना रहे हैं. यह हमारी पूर्व पुरानी परंपरा रही है. जिसका निर्वहन हमलोग कर रहे हैं. पेड़ हमें शुद्ध हवा देते हैं और जब पेड़ बचेंगे तभी हमारा जीवन भी बचेगा. पेड़ों को राखी बांधकर हम उनकी रक्षा का भी संकल्प ले रहे हैं. हम आगे भी उनकी देखभाल करेंगे. साथ ही हमलोग प्रकृति की रक्षा का भी संकल्प ले रहे हैं. पेड़ हमारी रक्षा तो करते ही हैं, हम पेड़ों की भी रक्षा का संकल्प ले रहे हैं. इसमें आसपास की कई महिलाएं भी शामिल है, जो पेड़ों को राखी बांधने का कार्य कर रही हैं.
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प्रो. प्रतिभा (स्थानीय महिला)
वही स्थानीय महिला श्वेता राज ने कहा कि आज हमलोग सैकड़ों महिलाएं और पुरुष एक जगह यहां इकट्ठा हुए हैं. हमने पेड़ों को भाई मान कर उन्हें राखी बांधी है. क्योंकि पर्यावरण के रूप में पेड़ ही हमारे सच्चे दोस्त हैं. जिनकी वजह से हमारा जीवन है. अगर हम इनकी रक्षा करते हैं तो हमारी आने वाली पीढ़ी भी सही सलामत रहेगी.
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श्वेता राज (स्थानीय महिला)
वही पंजाब के रहने वाले सेना के जवान गुरजीत सिंह ने कहा कि शहर के स्थानीय महिलाओं के द्वारा हमलोगों को राखी बांधी गई है. हमें बहुत ही अच्छा लगा है. इसके लिए हम इन्हें धन्यवाद देते हैं. भले ही हम पंजाब के रहने वाले हैं और रक्षाबंधन जैसे त्यौहार पर अपने परिजनों से दूर हैं. लेकिन यहां की महिलाओं ने जब राखी बांधा तो हमे नहीं लगा कि हम अपने परिवार से दूर हैं. हम इनकी रक्षा का वचन देते हैं.
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गुरजीत सिंह (सेना के जवान- पंजाब निवासी)