सरायकेला (Pramod Singh) सरस्वती शिशु मंदिर उच्च विद्यालय सरायकेला में पूरे उत्साह और उल्लास के साथ पारंपरिक तौर से रक्षाबंधन का उत्सव मनाया गया. इस उत्सव में विद्यालय के सभी छात्र- छात्राएं शामिल हुए.
रक्षाबंधन के कार्यक्रम के लिए विद्यालय की छात्राओं ने स्वयं अपने हाथों से राखी बनाकर विद्यालय के छात्रों की कलाई पर बांधी. इस अवसर पर स्वनिर्मित राखी की प्रदर्शनी भी लगायी गयी, जिसमें सबसे उत्कृष्ट स्वनिर्मित राखी के लिए दस बहनों को पुरस्कृत किये जाने का निर्णय लिया गया.
इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य पार्थसारथी आचार्य ने रक्षाबंधन के पौराणिक, ऐतिहासिक और सामाजिक महत्व के बारे में छात्र- छात्राओं को विस्तार से जानकारी दिए. उन्होंने कहा कि रक्षाबंधन भाई- बहनों का एक अनोखा त्यौहार है. इसी त्योहार के कारण हमारे समाज में शांति, सौहार्द और भाईचारा प्रदर्शित होता है. भारतीय सभ्यता और संस्कृति बनाए रखने में हमें मदद मिलती है. हर वर्ष सावन माह की पूर्णिमा तिथि को रक्षाबंधन का त्यौहार पूरे भारत देश में मनाया जाता है. हम सब का यह कर्तव्य बनता है कि रक्षाबंधन की इस सांस्कृतिक परंपरा को बनाए रखते हुए अपने कर्तव्य का निर्वहन करें. मंच संचालन विद्यालय के उप प्रधानाचार्य तुषार कांत पति ने किया.