दुमका (Mohit Kumar) ज़िले में भी विश्व आदिवासी दिवस की धूम रही. ज़िले के रामगढ़ प्रखंड के सुसनिया पंचायत अन्तर्गत कड़बिंधा गांव के फुटबाल मैदान में विश्व आदिवासी दिवस आदिवासी मूलवासी एभेंन अखड़ा द्वारा बड़े धूमधाम के साथ इसका आयोजन किया गया.
इसमे ग्रामीणों और सेक्रेट हार्ट मीडिल स्कूल, विज़डम प्ले स्कूल ने रंगारंग कार्यक्रम का प्रस्तुति किया. पारंपरिक परिधानों में क्षेत्र के आदिवासी समुदाय के लोगों ने अपनी माटी और संस्कृति से समाज को अवगत कराया और अखड़ा ने ग्रामीणों को विश्व आदिवासी दिवस की महत्ता बतायी.
ग्रामीण और अखड़ा ने विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर 1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति और नियोजन नीति, पेसा कानून, संताली भाषा को राज भाषा, अनुसूचित जनजाति को आदिवासी का दर्जा आदि देने की सरकार से मांग रखी. इस मौके पर ईसा टुडू, प्रेम टुडू, किस्कु, बुधन सोरेन, अनिल सोरेन, किसुन सोरेन, रुबिलाल किस्कु, रानी टुडू, सुशीला हांसदा, शमसोल सोरेन, उज्ज्वल मरांडी, राजेश मुर्मू, प्रकाश हेम्ब्रम, बबलू सोरेन, चूंडा मरांडी, बुधराय हेम्ब्रम, सिमोन मुर्मू, मोटका सोरेन, देवीलाल है हांसदा, मोनिका मरांडी, रवि टुडू, मिथुन हेम्ब्रम, बालेश्वर टुडू, सपन देहरी आदि उपस्थिति थे.