जमशेदपुर (Charanjeet Singh)
जमशेदपुर के प्रचारक हरविंदर सिंह जमशेदपुरी ने गुरु घरों में चल रहे विवाद को देखते हुए उम्मीदवारों से अपील की है कि जरूरी नहीं कि गुरु घर में अपने आप को सेवा करने के लिए इस बात का प्रचार करने की. जरूरत नहीं कि प्रधान किसे बनना है. बल्कि इस बात का प्रचार करने की जरूरत होनी चाहिए कि सिक्खी का प्रचार कैसे हो.
गुरु घरों में विवाद की कोई जगह नहीं बल्कि विचार की जगह है, जो आज हमारे पास नहीं है. हरविंदर ने कहा कि गत दिनों पहले मानगो गुरुद्वारा साहिब में बच्चों के लिए गुरबानी कीर्तन मुकाबला कराया गया. उसके बाद साकची गुरुद्वारा साहिब में भी सिक्खी प्रचार के लिए दस्तार और गुरबानी मुकाबला आदि कराया गया जिससे हमारे बच्चों का मनोबल बढ़ा. हरविंदर ने कहा कि यही सोच सबकी होनी चाहिए. गुरु घर के प्रति हमें ये सोचना चाहिए कि हमारी आने वाली पीढ़ी सिक्खी के प्रति जागरूक कैसे हो. पर आज हम एक दूसरे को नीचा दिखा कर समाज का सिर झुकाने का काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जब गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज ने फरमाया है “आज्ञा भई अकाल की तभे चलायो पंथ, सभ सिक्खन को हुकम है गुरु मानयो ग्रंथ” अर्थात् गुरु साहिब ने हमें गुरुग्रंथ साहिब के लड़ लगाया जो गुरु कहता है “सो सिक्ख सखा बन्धप है भाई” फिर क्या आज हम गुरु साहिब के हुकम की पालना कर रहे हैं. ये सोचने वाली बात है, इसलिए हम विवाद को छोड़ कर सेवादारी लें और जिसे सेवादारी मिले वो सिक्खी के प्रचार- प्रसार में जोर दें.