रांची: राजधानी रांची में शुक्रवार को विभिन्न राजनीतिक दल राजभवन और मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने के लिए धरना प्रदर्शन कर रहे थे. इसी धरना प्रदर्शन में शामिल होने के लिए जयराम महतो और उनके समर्थक रांची पहुंचे थे.
लालपुर थाने की पुलिस को जब सूचना मिली कि जयराम महतो अपनी गाड़ी से ही भीड़ को संबोधित कर रहे हैं तो इस सूचना के आधार पर लालपुर थाने की पुलिस जयराम महतो के कार और चार समर्थकों को उठा कर थाने ले आई थी. जिसके बाद जयराम महतो के समर्थकों ने लालपुर थाना पहुंचकर काफी हंगामा किया. लालपुर थाने की पुलिस ने सभी युवकों को जांच पड़ताल कर छोड़ दिया.
गिरफ्तारी के बाद जय राम महतो समर्थकों ने जगह जगह मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पुतला दहन करना शुरू कर दिया. इसके बाद जयराम समर्थकों को पुलिस ने छोड़ दिया. इधर सरायकेला में सीनी मोड़ के पास भी जयराम समर्थकों ने मुख्यमंत्री का पुतला दहन किया और जमकर नारेबाजी की.
जयराम के समर्थन में सिनी में समर्थकों ने फूंका सरकार का पुतला
गाड़ी की छत पर चढ़कर जयराम महतो ने दिया था भाषण
जयराम महतो की गिरफ्तारी की खबर पूरे राज्य में आग की तरह फैली, जयराम के समर्थक लालपुर थाने की ओर दौड़ पड़े. लोगों की नजर जयराम महतो की एक झलक पाने को बेचैन थी. समर्थकों की एक ही आवाज आ रही थी, कहां हैं उसके जयराम महतो, कहा जा सकता है कि काफी दिनों के बाद किसी एक नेता प्रति झारखंड के आमजनों की दीवानगी देखी जा रही है.
यह वक्त जिंदाबाद मुर्दाबाद करने का नहीं इंकलाब लाने का है: जयराम
याहां बता दें कि आज ही जयराम महतो ने मोरहाबादी मैदान में पंचायत स्वयं सेवकों को संबोधित करते हुए हेमंत सरकार के साथ ही विपक्ष को भी कई मुद्दों पर खुली चुनौती दी थी. जयराम महतो ने कहा था कि आज यदि हमने अपनी लड़ाई नहीं लड़ी तो हमें मानसिक गुलामी की ओर बढ़ना होगा. हमारे खेत खलिहान और खदान पर बाहरियों का कब्जा होगा, हमारे हाथ से सब कुछ निकलता चला जाएगा. जयराम महतो ने कहा कि जैसे- जैसे राज्य में नक्सलवाद की धार कमजोर हुई है, प्रखंड स्तर पर भ्रष्टाचार में बेतहाशा वृद्धि हुई है. हम किस लोकतंत्र में रह रहे हैं, जहां नक्सलवाद कमजोर होने से राज्य में भ्रष्टाचार बढ़ता है. अब तो लोग कहने लगे हैं कि नक्सलियों के राज्य में आम जनता भी बीडीओ- सीओ से सवाल करती थी, उनकी सुनी जाती थी, लेकिन अब कोई सुनने वाला नहीं रहा. जयराम महतो ने कहा कि हम बिरसा के वंशज सिर्फ अपना अधिकार मांग रहे हैं, किसी को लूट नहीं रहे हैं. पूरे राज्य में लूट तो उनकी मची हुई है, जिनकी तिजोरियों से करोड़ों- करोड़ रुपये की बरामदगी हो रही है. जिनके भाई भतीजे, जीजा साली को खनन पट्टा दिया जा रहा है.
जयराम महतो ने कहा कि इस दुनिया से सिकंदर खाली हाथ चला गया, सम्राट अशोक दुनिया से चले गएं, तो हम किस डर में रहें. भय के साये से निकल कर हमें अपनी लड़ाई लड़नी होगी. अपने अधिकारों के लिए संर्घष हमें करना होगा. राज्य सरकार को चेतावनी देते हुए जयराम महतो ने कहा कि राज्य सरकार के गुप्तचर इस बात को सरकार तक पहुंचा दें कि वह इस आवाज को सुनें, नहीं तो हम आपके आका की लुटिया डूबों देंगे.