राजनगर (Pitambar Soy) टोटेमिक कुड़मी/ कुरमी ( महतो) जनजाति को अनुसूचित जनजाति की सूची में शामिल करने की मांग को लेकर मंगलवार को दिनेश महतो ( कुड़मी सेना विधानसभा प्रभारी सरायकेला) के नेतृत्व में प्रखंड विकास पदाधिकारी डांगुर कोड़ाह को ज्ञापन सौंपा गया. सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया है कि टोटेमिक कुड़मी/कुरमी (महतो) की देश की आजादी से पहले प्रिमिटिव ड्राइव (अनुसूचित जनजाति) में सूचीबद्ध था, किंतु 1950 ई० में जब देश गणतंत्र हुआ तब कुड़मी/कुरमी ( महतो) जनजाति को छोड़कर सभी आदिम जनजातियों को अनुसूचित जनजाति की सूची में सूचीबद्ध किया गया.
भारत सरकार द्वारा प्रेषित पत्रांक संख्या 26/12/50 RG दिनांक 15 फरवरी 1951 जनजाति सूची में कुड़मी/ कुरमी ( महतो) जनजाति का उल्लेख नहीं होने के कारण तत्कालीन सांसद सदस्य ह्रदयनाथ हुजूर द्वारा संसद में पूछे गए प्रश्न के जवाब में देश के तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने सरकारी भूल एवं भूल सुधारने की बात कबूल की थी, तब से अब तक 72 वर्षों से लगातार यह जनजाति अनुसूचित जनजाति की सूची में सूचीबद्ध हेतु संघर्षरत हैं. ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि यदि राज्य सरकार की माध्यम से केंद्र सरकार यथाशीघ्र कुड़मी/कुरमी ( महतो) जाति को अनुसूचित जनजाति की सूची में सूचीबद्ध करने की पहल नहीं करती है तो आगामी 20 दिसंबर 2022 से पूरे झारखंड में अनिश्चितकालीन रेल चक्का जाम किया जाएगा. इस मौके पर मुख्य रूप से दिनेश महतो (कुर्मी सेना विधानसभा प्रभारी सरायकेला), डोमन महतो, नकुल महतो, मनोज कुमार महतो, सहदेव महतो आदि उपस्थित थे.
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