चांडिल (Afroz Mallik) सोमवार को ईचागढ़ के पातकुम निवासी एवं भाजयुमो के सक्रिय कार्यकर्ता पिंटू महतो के नेतृत्व में दर्जनभर भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने आजसू पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने के बाद भाजपाई छाती पीटने लगे हैं. सोमवार को पिंटू महतो के नेतृत्व में दर्जनभर कार्यकर्ताओं ने चिलगु कार्यालय में आजसू की सदस्यता ग्रहण की. सदस्यता ग्रहण करने वाले कार्यकर्ताओं का आजसू केंद्रीय सचिव हरेलाल महतो ने स्वागत किया.
इसके बाद मंगलवार को भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष उदय सिंहदेव ने सोशल मीडिया पर अखबार कतरन को पोस्ट करते हुए कहा कि आजसू में शामिल होने वाले भाजपा के नहीं हैं. वहीं, भाजयुमो के जिला उपाध्यक्ष मनोरंजन महतो ने प्रेस कांफ्रेंस कर खंडन किया है. प्रेस कांफ्रेंस में बताया गया कि आजसू में शामिल हुए एक भी कार्यकर्ता भाजयुमो के नहीं है, और न ही किसी ने भाजयुमो की सदस्यता ग्रहण किया था. उन्होंने आजसू पार्टी पर भाजयुमो की छवि खराब करने का आरोप लगाया है. इधर, आजसू पार्टी में शामिल हुए पिंटू महतो ने अपने पुराने फोटो को शेयर कर भाजयुमो नेताओं की किरकिरी कर दी. उन पुरानी फोटो में भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष उदय सिंहदेव के साथ भाजपा का पट्टा पहने हुए पिंटू महतो दिखाई दे रहे हैं. वहीं,पिंटू महतो ने कई पुराने अखबार कतरन को भी मीडिया को साझा किया है, जिसमें भाजयुमो के सक्रिय कार्यकर्ता होने का उल्लेख है. पिंटू महतो द्वारा पुराने फोटो और पूर्व के अखबार कतरन को शेयर करने के बाद प्रेस कांफ्रेंस करने वाले भाजयुमो नेताओं की बोलती बंद हो गई हैं. अब वे नैतिक मूल्यों पर ज्ञान दे रहे हैं और औपचारिक सदस्यता ग्रहण नहीं करने की वकालत कर रहे हैं. जबकि, देश की राजनीति की दिशा में चल रही हैं, सवर्जन को ज्ञात है. ऐसा प्रायः होता है कि नेताओं द्वारा माला पहनाकर और पार्टी का अंगवस्त्र देकर सदस्यता ग्रहण कराया जाता है.
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भाजपा में नहीं मिला सम्मान तो आजसू में ली सदस्यता: पिंटू महतो
पिंटू महतो ने कहा कि वह झारखंड विकास युवा मोर्चा में ईचागढ़ प्रखंड उपाध्यक्ष था. जब झाविमो का विलय भाजपा में हुआ तो रांची के उस विलय समारोह में वह भी उपस्थित होने गया था. जहां गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में झाविमो सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी समेत प्रदेश के सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने भाजपा की सदस्यता ली थी. उस विलय समारोह में समय के अभाव में ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र के कई कार्यकर्ता सदस्यता ग्रहण नहीं कर पाया था. विलय समारोह के करीब दो महीने बाद जिले के कांड्रा में सदस्यता ग्रहण समारोह का आयोजन हुआ था, उस समय पूर्व जिलाध्यक्ष उदय सिंहदेव की अध्यक्षता में भाजयुमो नेता विनोद राय की मौजूदगी में पिंटू महतो ने भाजयुमो की सदस्यता ग्रहण किया था. करीब दो साल तक भाजयुमो में रहने के दौरान संगठन के कई बैठकों में शामिल भी हुआ और कई समस्याओं के निदान के लिए पार्टी बैनर तले काम भी किया. लेकिन उचित सम्मान नहीं मिलने तथा ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र के मुद्दों पर भाजपा के वरीय नेताओं के मौन रहने के कारण उन्होंने भाजयुमो छोड़ दिया और आजसू की सदस्यता ग्रहण की. पिंटू महतो ने बताया कि सोमवार रात को भाजपा जिलाध्यक्ष बिजय महतो ने स्वयं फोन किया था और मुझसे भाजयुमो छोड़ने का कारण पूछा, तो क्यों पूछा ? यदि मैं भाजयुमो का कार्यकर्ता नहीं था तो जिलाध्यक्ष ने फोन पर मुझे मनाने का क्यों प्रयास किया ?
इस राजनीतिक प्रकरण के बाद भाजयुमो कार्यकर्ताओं की किरकिरी होने लगी हैं. ऐसे में लोगों के जेहन में सवाल खड़े हो रहे हैं कि कहीं ऐसा तो नहीं है कि भाजपा के तथाकथित अगुवा कार्यकर्ताओं को वरीय नेताओं ने फटकार लगाई है ? जिसके बाद तथाकथित कार्यकर्ताओं को अपनी साख बचाने के लिए प्रेस कांफ्रेंस करनी पड़ी. बहरहाल, अब भाजयुमो के कुछ कार्यकर्ता यह साबित करने में लगे हुए हैं कि आजसू में शामिल होने वाले कार्यकर्ता भाजयुमो के नहीं हैं.
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पिंटू महतो (आजसू कार्यकर्ता)
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