गम्हरिया (Pramod Singh) रविवार को झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति द्वारा मंत्री चम्पई सोरेन का काफिला रोकने और सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने के मामले में गम्हरिया पुलिस ने पांच नामजद सहित अन्य के खिलाफ सरकारी काम में बाधा पहुंचाने सहित कई धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नीलकमल महतो, दीपक महतो, दीपक प्रधान सहित दो और नामजद बनाए गए हैं, जबकि दर्जन भर अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. बताया जा रहा है कि सभी झामुमो से जुड़े हैं, जो ख़ातियानी आंदोलन के हिमायती हैं, और प्रदर्शन के दौरान मंत्री के विरुद्ध नारेबाजी करने, भीड़ को उकसाने और मंत्री के सुरक्षा कारकेट का मार्ग अवरुद्ध करने में शामिल हुए. फिलहाल गम्हरिया पुलिस मामले की तफ्तीश में जुट गई है.
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बता दें कि समिति की ओर से
आगामी मानसून सत्र में खतियान आधारित नियोजन एवं स्थानीय नीति बनाए जाने के मुद्दे को विधानसभा में उठाने संबंधी एक मांग पत्र सौंपने को लेकर समिति के सदस्य जुलूस की शक्ल में मंत्री चंपई सोरेन से मिलने महुलडीह होते हुए मंत्री आवास की ओर जा रहे थे.
मंत्री किसी कार्यक्रम में जा रहे थे, इसी बीच अचानक भीड़ देख मंत्री बगैर उनसे मिले आगे बढ़ गए, जिसके बाद समिति के लोगों ने मंत्री के विरोध में नारेबाजी और अमर्यादित भाषाओं का प्रयोग करते हुए उनका मार्ग अवरुद्ध कर दिया, किसी तरह सुरक्षा गार्डों ने उनकी गाड़ी को भीड़ से निकला, उसके बाद प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर लेट मंत्री के सुरक्षा कारकेट का मार्ग अवरुद्ध कर दिया. जहां घंटों मंत्री की गाड़ी बगैर सुरक्षा के बीच सड़क पर खड़ी रही, मामले की जानकारी मिलते ही गम्हरिया थाना प्रभारी दलबल के साथ मौके पर पहुंचे और कड़ी मशक्कत के बाद मंत्री के काफिले को सुरक्षित मार्ग प्रशस्त कराया. प्रदर्शनकारियों के रवैये से मंत्री चम्पई सोरेन हैरान नजर आए, सबसे ज्यादा हैरानी उन्हें तब हुई, जब उन्हें सुरक्षा कर्मियों ने यह जानकारी दी, कि भीड़ को उकसाने और मार्ग अवरुद्ध करने में पार्टी के कार्यकर्ताओं की भी संलिप्तता है. हालांकि मंत्री ने मामले में चुप्पी साध ली है.
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