चांडिल: सरायकेला जिले के चांडिल थाना क्षेत्र के चिलगु पुर्नवास स्थल की जमीन पर बुधवार को विरोध प्रदर्शन देखने को मिला. जहां पुनर्वास स्थल की जमीन पर निर्माण कार्य कर रहे लोगों का विस्थापितों ने जमकर विरोध किया. इस दौरान सैकड़ों लोगों ने पारंपरिक हथियारों से लैस होकर विरोध किया.
बताया जाता है कि सुवर्णरेखा बहुउद्देश्यीय परियोजना के तहत चिलगु पुर्नवास स्थल को आवासीय भूखंड के रूप में विकसित किया गया है. यहां चांडिल डैम के विस्थापित परिवारों को बसने के लिए जमीन दी गई हैं, लेकिन, राजस्व अभिलेख में पुनर्वास की जमीन को दर्ज नहीं किया गया है, जिसके कारण आए दिन यहां की जमीन को लेकर विवाद खड़ा हो जाता है.
अब एक नया मामला सामने आया है, जिसके कारण विस्थापितों को विरोध पर उतरना पड़ा. बताया जाता है कि चिलगु पुनर्वास की जमीन पर एक सेवानिवृत्त सैनिक को दो एकड़ जमीन बंदोबस्त कर दी गई हैं. जहां पिछले दिनों अंचल कार्यालय द्वारा उक्त जमीन की मापी भी की गई. वहीं, आज उक्त जमीन पर निर्माण कार्य शुरू किया जा रहा था. निर्माण कार्य के विरोध करने वाले ग्रामीणों ने कहा कि उपायुक्त कार्यालय के राजस्व विभाग द्वारा जमीन बंदोबस्ती करने में लापरवाही बरती गई हैं, जिसके कारण गतिरोध की स्थिति उत्पन्न हुई हैं. ग्रामीणों ने बताया कि चिलगु पुनर्वास स्थल की जमीन पूर्व में सरकारी थी, लेकिन बाद में इस जमीन को सुवर्णरेखा बहुउद्देश्यीय परियोजना ने अधिग्रहण कर लिया है. सुवर्णरेखा बहुद्देश्यीय परियोजना ने जमीन अधिग्रहण कर उक्त जमीन को विस्थापितों के लिए आरक्षित कर दिया है, जबकि, राजस्व विभाग ने पूर्व के रिकॉर्ड और कागजात के आधार पर सेवानिवृत्त सैनिक के नाम पर बंदोबस्ती कर दी है. विरोध करने की सूचना पर आई पुलिस को भी ग्रामीणों ने बैरंग लौटा दिया. वहीं, ग्रामीणों ने कहा कि अब सभी लोग पुनर्वास कार्यालय का घेराव करेंगे.