गया (Pradeep Kumar Singh) महिलाओं के विरुद्ध हिंसा, रोकथाम, निवारण और पुनर्वास विषय पर आज नवादा विधि महाविद्यालय के सभागार में एक सेमिनार का आयोजन किया गया. जिसमें कॉलेज के छात्र- छात्राओं ने बढ़- चढ़कर हिस्सा लिया.
इस मौके पर छात्र- छात्राओं ने नाटक के माध्यम से समाज में हो रही महिलाओं के विरुद्ध हिंसा को दर्शाया तथा इसके निवारण के लिए उपस्थित लोगों को जागरूक किया. सोशल एक्शन फोरम फॉर मानव अधिकार के सौजन्य से पीपुल्स अगेंस्ट रेप इन इंडिया (PARI) आंदोलन से जुड़े समाजसेवियों ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए लोगों से इस विषय में गंभीर होने का आग्रह किया. साथ में महिलाओं के प्रति हिंसा को लेकर लोगों से सजग रहने की भी अपील की गई.
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इस मौके पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. डीएन मिश्रा, परी आंदोलन का नेतृत्व करने वाली सामाजिक कार्यकर्ता योगिता भयाना सहित कई लोगों ने भी अपने विचार व्यक्त किए. कार्यक्रम के दौरान कलाकारों को फूल माला पहनाकर स्वागत किया गया.
इस मौके पर प्राचार्य डॉ. डीएन मिश्रा ने कहा कि कलाकारों ने महिलाओं पर होने वाले हिंसा को नाटक के माध्यम से दर्शाया है. यह काबिले तारीफ है. पूरा कार्यक्रम युवाओं पर निर्भय था. यह दर्शाता है कि युवाओं के ऊपर बहुत बड़ी जिम्मेदारी होती है. ऐसे में लोगों को लीगल जानकारी भी होनी चाहिए. हमारे छात्र-छात्राओं को अगर लीगल जानकारी होगी, तो वे अपने आस-पास हो रही इस तरह की हिंसा के प्रति जागरूक होंगे. साथ ही लोगों को भी जानकारी देंगे, ताकि वह अपने हक की लड़ाई लड़ सके. हिंसा होने पर अगर थाना स्तर से भी सुनवाई नहीं होती या किसी वरीय अधिकारी या व्यक्ति विशेष के प्रभाव में न्याय नहीं मिलता है, तो ऐसे में लीगल तरीके से लोग कोर्ट का दरवाजा खटखटा सकते हैं और उन्हें न्याय मिल सकता है.
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डॉ. डीएन मिश्रा (प्राचार्य- नवादा विधि महाविद्यालय)