पोटका: रम्भा कॉलेज शैक्षणिक संस्थान में आज़ादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम के अंतर्गत देश भक्ति भाव से लबरेज कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया.
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि द्वय डॉ मुकुल खंडेलवाल, प्राचार्या ग्रेजुएट कॉलेज और प्रसिद्ध समाजसेवी और अखिल भारतीय साहित्य परिषद की संरक्षिका मंजू ठाकुर उपस्थित थीं. सम्मानित अतिथि के तौर पर कॉलज के चेयरमैन राम बचन और अध्यक्ष रंभा देवी भी उपस्थित थे.
कवि सम्मेलन का आरंभ मां शारदे के चित्र पर पुष्प अर्पित कर और दीप प्रज्वलित कर किया गया.
कवयित्री नीता चौधरी ने ईश वंदना पर नृत्य प्रस्तुत किया. कॉलेज के चेयरमैन राम बचन ने स्वागत वक्तव्य दिया और कहा कि हमारे महाविद्यालय में आजादी के अमृत महोत्सव का यह आयोजन देश के प्रति समर्पित होने का संदेश देता है. डॉ अनिता शर्मा ने आज़ादी के अमृत महोत्सव के उद्देश्य पर बात करते हुए विद्यार्थियों को उन शहीदों के प्रति नतमस्तक होने की भी बात कही जो संघर्ष करते हुए शहीद हो गए. गणमान्य कवि और कवयित्रियों में जमशेदपुर से कविवर श्यामल सुमन, डॉ अनिता शर्मा, कवि संतोष कुमार चौबे, डॉ सुनीता बेदी, नीता चौधरी, जादूगोड़ा से कवि कुमार मनीष, कवि बालकृष्ण मिश्रा उपस्थित थे. कवियों में वरिष्ठ कवि श्यामल सुमन ने पढ़ा कि ” जितनी भी आफत हो, पर दिल में भारत हो, हर हाल सुमन अपना, गणतंत्र सलामत हो “
संतोष कुमार चौबे ने पंक्तियां गुनगुनाई “हमें कितनी मोहब्बत है कभी हम भी बता देंगे, सरफरोशी की तमन्ना है, कभी वह भी बता देंगे “कुमार मनीष ने पढ़ा ” जागो हिंद के वीरों, फिजायें आवाज देती हैं , धरती, आसमां और ये हवाएं आवाज देती हैं”. कृष्णा आजमगढ़ी की कविता की पंक्तियां थी
” आओ तिरंगा फहराये हम ,यारों पूरी शान से,
दाग लगे ना, करें हिफाजत, तन मन धन और प्राण से”
कवयित्री डॉ अनीता शर्मा की कविता थी ” मेरे देश की माटी मेरा चंदन, तुझको नमन, तुझको वंदन”
डॉ सुनीता बेदी की कविता थी
“मेरा भारत प्रतिदिन ,थोड़ा थोड़ा गुम हो रहा है,
बहुत दुखद कि इंडिया का इस पर आधिपत्य हो रहा है.
कवयित्री नीता सागर चौधरी ने गाया “रामकृष्ण का देश हमारा, प्रेम का संदेश देता है,
नभ में लहराकर यह तिरंगा,
मंगल गीत गाता है.
इन सबों के साथ साथ छात्रा रेखा झा, तुलसी झा, प्रीति कुमारी पूर्ति, सुनैना बेरा, छात्र संदीप कुमार, गणेश साहू इत्यादि ने भी स्वरचित कविता पाठ किया.
अपने आशीर्वचन में अतिथि डॉक्टर मुकुल खंडेलवाल ने कहा कि देश भक्ति की भावनाओं को विद्यार्थियों में बीजारोपण करना ही भारतीय शिक्षा का मूल उद्देश्य है . इस तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाएं ,यह आज राष्ट् की आवश्यकता है.
अतिथि के रूप में आईं समाजसेवी और अखिल भारतीय साहित्य परिषद की संरक्षिका मंजू ठाकुर ने कहा कि” हर विद्यार्थी के अंदर एक भारत भक्त होना चाहिए और हर किसी को अपने देश के लिए समर्पित होना चाहिए. इस पुनीत भाव के बिना पुस्तकीय ज्ञान का कोई अर्थ नहीं है.
कॉलेज के सचिव गौरव कुमार बचन ने संदेश दिया कि आजादी का अमृत महोत्सव और इस काव्य गोष्ठी का मूल उद्देश्य देश के प्रति अपने कर्तव्यों का भान करना है और मुझे उम्मीद है कि सभी विद्यार्थी इस संदेश को स्वीकार करेंगे.
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में डिग्री कॉलेज की प्राचार्या डॉ कल्याणी कबीर, बीएड कॉलेज के प्राचार्य डॉ संतोष कुमार, असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ दिनेश, असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ रेखा यादव, असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ योगेश सिंह, असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ भूपेश, असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ सतीश चंद्र, व्याख्याता रश्मि लुगून, व्याख्याता जयश्री पंडा, व्याख्याता गंगा भोला, व्याख्याता सुमन लता, व्याख्याता बबीता कुमारी, व्याख्याता मंजू गगराई, व्याख्याता मंजू कुमारी, व्याख्याता रश्मि लुगून, व्याख्याता सूरज कुमार, व्याख्याता ऐश्वर्या कर्मकार, कमलकांत, अनीशा रानी, राधे, सिद्धार्थ चटर्जी इत्यादि का अविस्मरणीय योगदान रहा.