आदित्यपुर: सरायकेला- खरसावां पुलिस ने जिले के चर्चित कन्हैया सिंह हत्याकांड की गुत्थी सुलझा लिया है. यूं कहें कि जिला पुलिस कप्तान ने बड़े संयम से सरसों के भूत को अपने जांबाज तांत्रिकों (ऑफिसरों) से ढूंढ़वा लिया है. संभवतः गुरुवार को पुलिस उक्त हत्याकांड का खुलासा कर सकती है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कन्हैया सिंह हत्याकांड के तार कन्हैया सिंह के परिवार से ही जुड़ा है. पुलिस ने मुख्य शूटर सहित साजिशकर्ता को भी गिरफ्तार कर लिया है.
सूत्र बताते हैं कि साजिशकर्ता घर का ही है, जिसके तार जमशेदपुर से जुड़े हैं. बता दें कि घटना के बाद से ही कन्हैया सिंह के बॉडीगार्ड की भूमिका को संदिग्ध मानकर पुलिस तफ्तीश में जुटी हुई थी. हालांकि राजनीतिक दबाव के बाद तेजी से हालात बदलते गए और पुलिस पर दबाव बढ़ता गया, बावजूद इसके पुलिस ने संयम नहीं खोया और लगातार अपने तंत्रों का प्रयोग करते हुए अंततः मामले का खुलासा कर लिया है. बता दें कि पुलिस ने दर्जन भर संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ किया, जिनसे कई अहम सुराग मिलने के बाद अंततः पुलिस के हाथ अपराधियों के गिरेबां तक पहुंच ही गए. एसडीपीओ के नेतृत्व में गठित एसआईटी शहर के बाहर भी गयी है, जो बुधवार शाम तक शहर पहुंच जाएगी. बता दें कि उक्त हत्याकांड का जब खुलासा पुलिस करेगी तो शायद समाज को रिश्तों पर से भरोसा उठ जाएगा, क्योंकि उक्त हाई प्रोफ़ाइल हत्याकांड को लेकर जिस तरह से हाय- तौबा मचाया गया उस वक्त किसी ने यह नहीं सोचा होगा कि कन्हैया सिंह के हत्यारे कोई और नहीं बल्कि कन्हैया के अपने ही होंगे.
वैसे पूर्व विधायक ने कन्हैया सिंह की हत्या के बाद जिस तरह से कहा था कि उन्हें कमजोर करने की साजिश रची जा रही है जिसके तार ईचागढ़, सरायकेला और जमशेदपुर से जुड़े हैं, और वे कन्हैया के हत्यारों को पाताल से भी ढूंढ निकालेंगे, मगर जब उन्हें यह पता चलेगा कि उन्हें कमजोर कोई और नहीं बल्कि उनके अपनो ने ही कर दिया तो समझ सकते हैं कि उनपर क्या बीतेगी. हालांकि हमारे सूत्र बताते हैं, कि पूर्व विधायक को इस बात का आभास हो गया था. यही वजह है, कि भले वे भीड़ का हिस्सा नहीं बन रहे थे, मगर भीड़ को उकसाने में अहम भूमिका निभा रहे थे. ताकि पुलिस की तफ्तीश निशाने से भटक जाए और कन्हैया सिंह के हत्या का राज दफन हो जाए, ताकि सरसों के को भूत दुनिया न जान सके, मगर पुलिस को जिस तरह से टार्गेट किया गया उसके बाद जिले के एसपी ने इसे अपनी प्रतिष्ठा से जोड़ लिया और आंततः अपने होनहार ऑफिसरों के दम पर सरसों के भूत को ढूंढ निकाला. वैसे हम चाहते हैं कि इसका श्रेय पुलिस खुद ले और समाज को बताएं, कि आखिर कन्हैया सिंह की हत्या में कौन शामिल था और क्यों हुई कन्हैया सिंह की हत्या.