खरसावां के हरिभंजा जगन्न्ााथ मंदिर में प्रभु जगन्नाथ की रथयात्रा के अवसर पर भजन संध्या का आयोजन किया गया। भजन संध्या में स्थानीय प्रसिद्व भजन गायक पृथ्वीराज सिहदेव और नीलकमल तिवारी ने भी मधुर भंजन पेश कर समां बांध दिया। प्रसिद्व भजन गायक ने मैली चादर ओढ के कैसे द्वार तुम्हारे आॅऊ…, हे री मंगल गाओं री धरती अम्बर सजाओं रे…, भंजन को श्रद्वालुओं ने खूब पसंद किया। भगवान जगन्नाथ के पर आधारित भजनों पर श्रद्धालु देर रात तक झूमते रहे। पृथ्वीराज सिहदेव ने कार्यक्रम की शुरुआत प्रभु श्रीकृष्ण वंदना के साथ किया। इसके बाद जगन्नाथ की आराधना पर आधारित गीत हे माधवा मोहन, हे माधवा विठठला हे माधवा…, ऐसी लगी लगन, मीरा हो गई मगन…,ये धरती अम्बर सारा…, अधरम मधुरम…, दर्शन दो धनश्याम नाथ मोरी अखिया प्यासी…, चोहोड़ा पडिछी नंदा गांव रे…, हर हर भुतनाथ पशुपति…, जागों मोहन प्यारे…, ये धरती अम्बर सारा…, ओम जय जगन्न्ााथ स्वामी, प्रभु जय जगन्न्ााथ स्वामी…, भक्तो को दर्शन देते करते उनके काम, कर लो भक्तो जगन्न्ााथ का ध्यान बारंबार…सहित मत कर तु अभिमान रे बन्दे झूठी तेरी शान रे, मत कर तू अभिमान…, कुछ लेना न देना मगन रहना…, तुम ढूढों मुझे गोपाल में खेयी गैया तेरी…, दमा दम मस्त कलंदर…, समेत कई भजन पेश किया। लोगों की मांग पर हिन्दी, ओड़िया, भोजपुरी भाषा में भजन पेश किया। संगीत संध्या के दौरान तबला पर तपन कुमार दे, ऑक्टोपैड में स्वरुप दास, की-बोर्ड में सपन तिवारी व उद्वोषक के के ओझा ने ताल दिया। भजन संख्या में सैकडों की संख्या में लोग पहुंचे थे।
हरिभंजा की रथयात्रा में उमडी भारी भीड
खरसावां के हरिभंजा में प्रभु जगन्नाथ के प्रति लोगों का आस्था और विश्वास लगाता बढ़ रही है। दूर-दूर से श्रद्वालुओं का आना जारी है। खरसावां रामगढ के सिंहदेव परिवार के द्वारा हरिभंजा में निकाली गई प्रभु जगन्नाथ की रथयात्रा में हजारों की संख्या श्रद्वालुओं उमड पडे। भगवान जगन्न्ााथ के रथ को खीचनें के लिए श्रद्वालुओं के बीच होड सी मची रही। इसके पूर्व महाप्रभु जगन्नाथ, बहन सुभद्रा व भाई बलराम के दर्शन व पूजा अर्चना के लिए श्रद्वालुओं का मंदिर में ताता लगा हुआ था।
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