खरसावां: सरायकेला जिले के खरसावां स्थित पथ निरीक्षण भवन में रविवार को उत्कल सम्मेलनी की एक बैठक आयोजित की गई. इस बैठक में मुख्य रूप से उत्कल सम्मेलनी केंद्रीय कमेटी भुवनेश्वर उड़ीसा द्वारा पर्यवेक्षक के रुप में भेजे गए सरोज कुमार प्रधान एवं पूर्णनंदू नंद की देखरेख में सरायकेला- खरसावां जिला उत्कल सम्मेलन का पुनर्गठन किया गया.
जिसमें सर्वसम्मति से सुमन चंद्र महांती को अध्यक्ष, बिरोजा पति, कृष्णा प्रधान को उपाध्याय, अजय कुमार प्रधान को सचिव,
बद्रीनारायण दरोगा एवं सुजीत हाजरा को सह सचिव एवं सपन कुमार मंडल को कोषाध्यक्ष मनोनीत किया गया. इसके अलावे सुशांत सारंगी, मनोज कुमार महंती, संजीत कुमार प्रधान, प्रदीप कुमार प्रधान, गणेश चंद्र दलबेहरा, विश्वजीत प्रधान, सच्चिदानंद प्रधान, माधव चरण सतपती, लक्ष्मीप्रिया कर, रामचंद्र महतो, रेणुका महाराणा, सुमित महापात्र शंभू मंडल को कार्यकारिणी सदस्य मनोनीत किया गया. इसके अलावे परिषद सदस्यों में 11 लोगों को शामिल किया गया. वही सलाहकार समिति में भी 9 लोगों को रखा गया है. मौके पर श्री प्रधान ने कहा कि अपनी भाषा और संस्कृति को जन- जन तक पहुंचाना आपके के हाथ में है, क्योंकि भाषा और संस्कृति ही हमारी पहचान है. इसके उत्थान के लिए सभी को संगठित होकर कार्य करना होगा. ओड़िया भाषा एवं संस्कृति हमारी आत्मा में बसती है. सरकार को यह सुनिश्चित करनी होगी कि ओड़िया भाषी बच्चे अपनी मातृभाषा में पढ़ाई कर सके. इस दौरान मुख्य रूप से उत्कल सम्मेलनी के जिला परिदर्शक सुशील कुमार षाड़ंगी, कामाख्या प्रसाद सारंगी, हरीश चंद्र आचार्य, मनोज चौधरी, नंदू पांडे, रवींद्रनाथ सतपति, अजीत कुमार प्रधान, सच्चिदानंद प्रधान एवं उत्कल सन में लेने के सदस्य उपस्थित थे.
Exploring world
विज्ञापन
विज्ञापन