सोमवार को कांड्रा पंचायत सचिवालय में उप मुखिया पद के लिए हुआ चुनाव विवादों में घिर गया है. उप मुखिया पद के दूसरे प्रत्याशी अजीत सेन ने मंगलवार को जिले के उपायुक्त अरवा राजकमल से मुलाकात कर इस मामले में हस्तक्षेप कर पुनः मतगणना कराने की मांग की है. उपायुक्त को दिए आवेदन में अजीत सेन ने कहा है, कि प्रखंड विकास पदाधिकारी की उपस्थिति में हुए इस चुनाव में कांड्रा पंचायत के कुल 9 वार्ड सदस्यों ने हिस्सा लिया था. जिनमें से 5 सदस्यों का मत उन्हें प्राप्त हुआ और दूसरे प्रत्याशी रीना मुखर्जी को 4 मत मिले.
वोट देने के उपरांत गिनती के समय प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा एक मत को रद्द घोषित कर दिया गया. इसके पीछे वजह बताई गई कि निर्धारित कॉलम में वार्ड सदस्य ने सही का निशान नहीं लगाया था. इधर आवेदक अजीत सेन का कहना है कि उक्त मतपत्र में वार्ड सदस्य ने उनके नाम के सामने साफ- साफ सही का निशान लगाया है. ऐसे में इसे रद्द किया जाना युक्तिसंगत नहीं है. उन्होंने उपायुक्त से पूरे मामले की जांच कर पुनः मतगणना कराने की मांग की है. बता दें कि सोमवार को हुए चुनाव में 9 वार्ड सदस्यों ने हिस्सा लिया था, जिनमें से एक का मत रद्द कर दिया गया .ऐसे में दोनों ही उम्मीदवारों को 4- 4 मत प्राप्त हुए. बाद में मुकाबला बराबरी पर रहने के बाद मुखिया को भी मत देने को कहा गया, जिसके बाद रीना मुखर्जी को उप मुखिया घोषित कर दिया गया. यहीं से विवाद शुरू हो गया जो उपायुक्त के दरबार तक पहुंच गया.