राजनगर: विगत पांच साल के अंदर राजनगर प्रखंड क्षेत्र में विभिन्न एजेंसियों के माध्यम से मुखिया द्वारा स्थापित सोलर जलमीनार की हालत जर्जर अवस्था में है. प्रायः हर जगह सोलर पानी टंकी के लोहे के एंगल में जंग लगी है. कहीं टूट गई है, तो कहीं टूटने के कगार पर हैं. सोलर पानी टँकी के अधिष्ठापन में किस हद तक भ्रष्टाचार की गई है, यह साफ दिख रहा है.
सोलर पानी टंकी अपने वारंटी पीरियड से पहले ही जर्जर हो चुके हैं. विकास के नाम पर निम्न गुणवत्ता वाली सोलर एंगल लगाकर कमीशन का खेल खूब खेला गया. जहां तहां पुराने चापाकलों में सोलर टंकी लगाया गया. एजेंसी ने मुखिया और प्रशासन को मोटी कमीशन भेंट कर अपनी कमाई तो कर ली परंतु जनता के पैसे से उनकी सुविधा के लिए लगाए गए सोलर टंकी समय से पहले ही टूट रहे हैं. सोलर टंकी एक मुखिया का कार्यकाल तक भी ठीक से नहीं टिक पा रहा.
एक और जर्जर टंकी का नजारा आप देख सकते हैं. ये राजनगर प्रखंड क्षेत्र के तुमुंग पंचायत के भुईयांनाचना गांव का नजारा है. जहां सोलर जलमीनर के लोहे का एंगल जंग लग कर पूरी तरह टूट गया है.
video
ग्रामीणों का कहना है कि लकड़ी के सहारे से टूटे हुए एंगल को बांधकर रखा गया है. सोलर जलमीनार गिरने से बड़ी दुर्घटना हो सकती है. लगभग 30 घर इसी जल मीनार के पानी पर निर्भर है. मुखिया फंड से निर्मित उक्त जलमीनार के स्थापित हुए चार वर्ष हो रहे हैं. तीन वर्ष के बाद ही एंगल जंग लगने से टूट गया. ग्रामीणों के सहयोग से लकड़ी बांधकर जलमीनर को खड़ा कर रखा गया है. ग्रामीण हरमोहन महतो ने बताया कि फरवरी महीना से जल मीनार का एंगल पूरी तरह खराब पड़ा हुआ है, उनका कहना यह है कि पत्थर और लकड़ी के सहारे जल मीनार को खड़ा करके रखा गया है. इस बात को लेकर स्थानीय मुखिया को अवगत कराया गया. नवनिर्वाचित मुखिया सुनीति मुर्मू ने बीते दिनों जल मीनार की स्थिति का जायजा लेकर गई हैं साथ ही उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही इसकी मरम्मत की जाएगी. हमने एजेंसी को इसकी सूचना दे दी है.
बाईट
हरमोहन महतो (ग्रामीण)
बता दें कि जिस तरह से डुमरडीहा पंचायत के लखीपुर गांव में सोलर जलमीनार के गिरने से नीचे दबकर रीता माई किस्कू नामक महिला गंभीर रूप से घायल हो गई थी, उससे भी बड़ी घटना घट सकती है. अब ग्रामीणों ने खराब क्वालिटी का एंगल लगाने वाले संवेदक पर कार्रवाई करने की मांग की है.