राजनगर: त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव – 2022 का प्रत्यक्ष चुनाव शान्तिपूर्ण संपन्न होने के बाद अब जिला में जिला परिषद अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं प्रखंडों में प्रखंड प्रमुख व उपप्रमुख तथा पंचायतों में उपमुखिया के लिए अप्रत्यक्ष चुनाव होगा. अब इन पदों पर चुनाव को लेकर निर्वाचित सदस्यों के बीच हलचल शुरू हो गई है.
वैसे जिला परिषद का अध्यक्ष व उपाध्यक्ष का चुनाव 13 जून को निर्धारित है. इसके बाद प्रखंडों में प्रखंड प्रमुख एवं उप प्रमुख का चुनाव कराया जाएगा. राजनगर प्रखंड में 16 जून को प्रमुख व उप प्रमुख का चुनाव कराया जाना तय है. 6 जून को इसके लिए नोटिफिकेशन जारी होगा. यहां प्रखंड प्रमुख की दौड़ में गम्हरिया पंचायत से निर्वाचित ओलिभ ग्रेस कुल्लू को सर्वाधिक प्रबल दावेदार माना जा रहा है. ओलिभ ग्रेस कुल्लू सेवानिवृत्त कारा अधीक्षक हैं. वे समाजसेवी केपी सोरेन की धर्मपत्नी हैं. फिलहाल ओलिभ ग्रेस कुल्लू दो पदों पर विजयी घोषित हुईं हैं. वे पंचायत की मुखिया पद पर भी जीती हैं, लेकिन अपने पंचायत के जनता से परामर्श मांग रही हैं कि वह किस पद को त्याग करेंगी. हालांकि पंचायत की जनता की मांग है कि वह मुखिया पद पर बनी रहे, लेकिन उन्हें ब्लॉक प्रमुख के लिए सबसे उपयुक्त अभ्यर्थी माना जा रहा है. हालांकि यह ओलिभ ग्रेस कुल्लू पर निर्भर है कि वह ब्लॉक प्रमुख का चुनाव लड़ेंगी या नहीं. लेकिन भीतर ही भीतर उनके पति समाजसेवी केपी सोरेन अपने स्तर से निर्वाचित पंचायत समिति सदस्यों से सम्पर्क स्थापित करने में लगे हैं. हालांकि प्रमुख पद के लिए ओलिभ ग्रेस कुल्लू के नाम के अलावा और किसी का नाम चर्चा में नहीं है.
ऑलिभ ग्रेस कुल्लू
इधर उप प्रमुख पद के लिए कई नाम सामने आ रहे हैं. इसमें राजनगर पंचायत भाग 4 से निर्वाचित मानस रंजन दाश प्रबल दावेदार के रूप में शामिल हैं. वह निर्वाचित सदस्यों से संपर्क कर रहे हैं. मानस रंजन दाश, झारखंड के पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू के आप्त सचिव रहे जयमुनि दाश के छोटे भाई हैं. मानस रंजन दाश एक ख्याति प्राप्त कविराज व समाजसेवी हैं. वे एक स्वच्छ छवि व ईमानदार व्यक्ति के रूप में क्षेत्र में जाने जाते हैं. हालांकि अप्रत्यक्ष चुनाव में व्यक्ति की छवि या ईमानदारी मायने नहीं रखती है, क्योंकि इन पदों पर चुनाव के लिए जनता की सीधी भागीदारी नहीं होती, बल्कि जनता द्वारा चुने गए निर्वाचित सदस्यों के मत से ही प्रमुख- उपप्रमुख का चुनाव होता है. यानी यह पूरी तरह संख्याबल या आंकड़ों का खेल माना जाता है, जो उम्मीदवार सदस्यों को अपने पाले में ला पाने में सक्षम होंगा, वही चुनाव जीतने में सफल हो सकते हैं.
मानस रंजन दाश
इधर भाजपा प्रखंड अध्यक्ष नारायण महतो भी उपचुनाव के लिए दौड़ में शामिल हैं. वे डूमरडीहा पंचायत से निर्वाचित हुए हैं. सूत्रों के मुताबिक पार्टी के लोग नारायण महतो को उपप्रमुख बनाने को लेकर दांव लगा रहे हैं.
नारायण महतो