सरायकेला: सरायकेला- खरसावां जिले में धान की फसल का लक्ष्य निर्धारित कर दिया गया है. इस वर्ष एक लाख हेक्टेयर भूमि में धान की खेती की जाएगी. कृषि विभाग सहित जिले के किसान खेती में जुट गए हैं. धान की खेती के लिए जिला कृषि विभाग ने प्रखंडवार लक्ष्य निर्धारित कर दिया है.

लक्ष्य के अनुसार ही धान की खेती की जाएगी. लक्ष्य की प्राप्ति के लिए जिला कृषि विभाग ने तैयारी पूरी कर ली है, ताकि लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके. जिला कृषि पदाधिकारी विजय कुजूर ने बताया कि 1250 क्विंटल धान के बीज की मांग की गई है. अब तक 530 क्विंटल धान के बीज आ गया है. जो किसानों को 50 प्रतिशत अनुदान पर दिया जा रहा है. शेष बीज एक सप्ताह के अंदर आ जाएंगे. लक्ष्य के अनुसार धान की खेती के लिए विभाग ने किसानों को उत्तम क्वालिटी के धान का बीज किसानों को उपलब्ध कराया जा रहा है. खेतों में बिचड़े की बोआई का लक्ष्य भी तय कर दिया गया है. जिले में एक लाख हेक्टेयर जमीन पर धान की खेती के लिए किसानों ने 12 हजार हेक्टेयर भूमि पर धान के बिचड़े डाले जाएंगे.
अमूमन किसान रोहिणी नक्षत्र से खेतों में धान का बिचड़ा डालने का काम शुरू कर रहे है. धान का बिचड़ा तैयार होने के बाद ही धान के बीचड़े की रोपाई की जाती है.
किस प्रखंड में कितना लक्ष्य
जिला कृषि पदाधिकारी विजय कुजूर ने बताया कि खरीफ फसल की खेती के लिए प्रखंडवार लक्ष्य निर्धारित कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि इस वर्ष जिले में एक लाख हेक्टेयर जमीन पर खरीफ फसल लगाने का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें सरायकेला में 113, खरसवां में 119, कुचाई में 119, राजनगर में 119, गम्हरिया में 120, चांडिल में 114, नीमडीह में 120, ईचागढ़ में 114 व कुकडू प्रखंड में 52 हेक्टेयर शामिल हैं.
किसान 15 दिन पहले से ही खेतों की सफाई, कम्पोस्ट खाद डालने व सूखे खेत की जुताई कर खरीफ फसल की तैयारी में जुट गए. कृषि विभाग भी अपनी तैयारी में है, ताकि सरकार की योजनाओं का लाभ किसानों को दे सकें.
क्या कहा जिला कृषि पदाधिकारी ने
इस संबंध में जिला कृषि पदाधिकारी विजय कुजूर ने बताया कि लक्ष्य को पूरा करने की तैयारी कर ली गई है.
जिले में खरीफ के लिए फसलों का लक्ष्य तय किया गया है. इसी के अनुरूप तैयारी की जा रही है. वहीं जिले के किसान भी तैयारी में जुट गए हैं. उम्मीद है कि लक्ष्य के आधार पर फसल का अपेक्षित पैदावार मिलेगा.
