जमशेदपुर: अनुपम जीवन शास्त्र के रूप में विश्व विख्यात ग्रंथ भगवत गीता में भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन के माध्यम से संपूर्ण मानवता को उपदेश दिया है. उन उपदेशों का सार स्वरुप प्रस्तुति गीता ज्ञान यज्ञ में की गई है. गीता की महिमा और उसका स्वाध्याय करते हुए मनुष्य अपना जीवन सार्थक बना सकता है. इस पर प्रकाश डाला गया है उक्त विचार गीता के साधक विद्वान एवं बहू भाषी अनुवादक आचार्य कवि माधव पांडे निर्मल ने भारतीय संस्कृति, अध्यात्म, राष्ट्रभक्ति एवं समाज सेवा को समर्पित संस्था भारत संस्कार द्वारा बिष्टुपुर तुलसी भवन में आयोजित गीता ज्ञान यज्ञ में व्यक्त किए.
उन्होंने गीता की महिमा का गान करते हुए इसके मूल तत्व कर्म योग, भक्ति योग एवं ज्ञान योग पर संगीत में प्रस्तुति दी जिससे उपस्थित भक्तजन श्रोता मंत्रमुग्ध भाव विभोर हो गए.
इसके पूर्व गीता की महिमा पर श्रीमती रमा देवी एवं स्नेह लता सिंहा ने प्रकाश डाला. स्वागत भाषण संगठन सचिव प्रमोद गुप्ता ने दिया. अध्यक्ष विनोद वार्ष्णेय ने संस्था के उद्देश्य और भविष्य की योजना पर प्रकाश डाला. संचालन उपाध्यक्ष एसडी प्रसाद और धन्यवाद ज्ञापन उपाध्यक्ष रमेश त्रिपाठी ने किया.
सेफ शॉप ने डिजीटल गीता पेश की
समारोह को सफल बनाने में श्रीमती संध्या प्रधान, श्रीमती हरप्रीत कौर, अशमी कुमारी, रामचंद्र पासवान, प्रमोद गुप्ता, उमेश दुबे, डाक्टर लक्ष्मण ठाकुर, डाक्टर बीपी सिंह जानकी सिन्हा, एवं तुलसी भवन के महासचिव प्रसेनजीत तिवारी आदि ने किया.