RAJNAGAR: सरायकेला जिले के राजनगर प्रखंड मुख्यालय से सटे हुए राजनगर हरिजन बस्ती के लोग कई सरकारी योजनाओं से वंचित हैं. यहां अभी भी कई बुजुर्ग एवं विधवा महिलाओं को पेंशन योजना का लाभ नहीं मिला है. सरकार द्वारा आपके अधिकार- आपकी सरकार- सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के तहत पूरे राज्य में शिविर चलाकर सर्वजन को पेंशन योजना से जोड़ने के लिए अभियान चलाया गया, परंतु अभी भी कई जरूरतमंद लोग वृद्धावस्था, विधवा पेंशन जैसी मूलभूत आवश्यकताओं से वंचित हैं.
यूं तो कहने को सरकार हरिजन, दलित और आदिवासियों के उत्थान की बात करती है, उनके लिए लिए कई प्रकार की कल्याणकारी योजनाएं चलाती है, परंतु उन तक आज भी योजनाओं का लाभ सही रूप से नहीं पहुंच पाता है. राजनगर हरिजन बस्ती में लगभग 35 परिवार रहते हैं, जिन्हें पेयजल की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है. स्नान के लिए तलाब न होने से बहुत परेशानी होती है. बस्ती में कई विधवा एवं बुजुर्ग हैं, जिन्हें आज भी पेंशन योजना का लाभ नहीं मिल रहा है. ऐसी ही एक विधवा रूदुन कलंदी को अभी तक पेंशन नसीब नहीं हो पाया है. रुदन कहती हैं उनकी पति की मृत्यु कुछ साल पहले हो गयी है, उनके तीन बच्चे हैं. कई बार पेंशन के लिए आवेदन भरा परन्तु अभी तक पेंशन स्वीकृत नहीं हो पाई है. वह कहती हैं तीन- तीन बच्चे हैं, दिहाड़ी करके बच्चों को पाल रही हूं. सबको मिल रहा है, हमें भी मिलता तो परिवार चलाने में मदद मिल जाता.
सुने रुदुन कालिंदी की पीड़ा
इसी प्रकार विधवा टुनटुनी कलंदी को भी अब तक पेंशन नहीं मिल रहा है. टुनटुनी के अनुसार कार्यालयों और विभागों का चक्कर लगाकर वह थक चुकी है. आपके अधिकार- आपकी सरकार- सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में फॉर्म भरकर जमा कराया मगर पूछने पर कोई सटीक जवाब नहीं देता है. थक हार कर खुद को किस्मत के भरोसे छोड़ दिया.
सुनें टुनटुनी की पीड़ा