राजनगर: आपका अधिकार आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम की सफलता को लेकर सरकार ने पिछले दिनों अपनी पीठ खूब थपथपाई, लेकिन शिविर में आवेदन देने के बाद भी कई बुजुर्ग आज भी पेंशन योजना से वंचित हैं.
ऐसा ही एक मामला सरायकेला जिले के राजनगर पंचायत के राजनगर गांव से प्रकाश में आया है. जहां उम्र के 70वें पड़ाव पर पहुंचने के बाद भी बुधनी देवी वृद्धावस्था पेंशन से वंचित हैं. वे सरकार से पेंशन देने की गुहार लगा रही हैं. बुधनी देवी अपनी किस्मत को कोसती हैं कि आखिर उनकी क्या गलती है ? क्या जीवन के अंतिम पड़ाव में भी उन्हें सरकार से पेंशन का लाभ नहीं मिल पायेगा ? जब अपने से कम उम्र के बुजुर्गों को पेंशन मिलता देखती है तो बुधनी देवी अपनी बदकिस्मती पर रो पड़ती हैं. आखिरआधार कार्ड में लगभग 70 साल होने के बाद भी उनकी पेंशन स्वीकृत क्यों नहीं हो रही है. बुधनी के छोटे भाई सुभाष महतो कहते हैं, दीदी के पेंशन के लिए काफी बार आवेदन दिया, सीओ- बीडीओ के यहां चक्कर काटा, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. सरकार के शिविर में भी आवेदन दिया था, बाद में पता चला कि पंचायत सेवक या किसी पदाधिकारी का हस्ताक्षर छूट गया था, ऐसा बताया गया. इसके बाद आवेदन के बारे में पूछने पर कोई सटीक जवाब नहीं दिया जा रहा. आखिर सरकार सभी बुजुर्गों को पेंशन से जोड़ने की बात कर रही तो फिर एक सत्तर वर्ष की बुजुर्ग के साथ नाइंसाफी क्यों ? दीदी के पेंशन को लेकर जल्द ही उपायुक्त से शिकायत करने की बात उन्होंने कही.
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