सरायकेला: बड़बिल गांव को मुख्य रोड से जोड़ने वाली 51 डिसमिल जमीन की कच्ची सड़क पर दबंगों द्वारा किए जा रहे कब्जे को हटाने की मांग को लेकर सोमवार को बड़बिल गांव के ग्रामीणों ने सरायकेला के अंचलाधिकारी को आवेदन दिया है.
इस विषय में जानकारी देते हुए गांव के युवा श्रीराम हेंब्रम ने बताया कि बड़बिल मौजा में 51 डिसमिल जमीन को अंतिम सेटलमेंट में अनाबाद सर्व साधारण के लिए नामित किया गया है. इसी जमीन पर गांव को मुख्य सड़क से जोड़ने के लिए ग्रामीणों द्वारा श्रम दान कर एक कच्ची सड़क का निर्माण किया गया है, जिसपर ग्रामीणों की आवाजाही होती है. सड़क के किनारे ग्रामीणों ने पानी की निकासी के लिए नाला का निर्माण किया है. लोगों को आने- जाने में नाले में गिरने का खतरा को देखते हुए ग्रामीणों ने नाले को स्लैब से ढक दिया है. 6 मई की सुबह रंगपुर गांव के गुटुसाई टोला निवासी बबलू हेंब्रम ऊर्फ बोगालु हेंब्रम, उनका भाई अजय हेंब्रम, उनके चाचा का लड़का लक्ष्मण हेंब्रम, उनका चाचा सोमा हेंब्रम ऊर्फ टूरा हेंब्रम, विरामाचंदरपुर गांव के किता टोला निवासी जय सिंह पडेया ये सभी लोग घटना स्थल पर पहुंच कर नाले में लगाए गए स्लैब को उखाड़ने लगे. जब बड़बिल गांव के ग्रामीणों द्वारा इसके बारे में बात की गई तो उनलोगो ने कहा कि इस जमीन पर हमलोग का बहुत पहले से कब्जा है. अब इस सड़क से कोई आना जाना नहीं करेगा. यहां हमलोग घर बनाएंगे और जो व्यक्ति बात नही मानेगा उसको देख लेने की धमकी दी गई. गांव वालो ने उनसे कहा कि पिछले 40 वर्षो से सभी ग्रामीण इस सड़क का उपयोग कर रहे है. विपक्षी लोगों ने गांववालो की बात नही मानी और अपनी ज़िद पर अड़े रहे. बताया कि स्लैब के हटा देने से आए दिन कई ग्रामीण नाले में गिर रहे है. इसलिए सभी ग्रामीणों ने अंचल अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर रास्ते पर हो रहे कब्जे को हटाने का आग्रह किया है.