सरायकेला जिले की सड़कों पर हर दिन हो रहे सड़क दुर्घटनाओं में मौत के बाद भी जिला प्रशासन और ट्रैफिक पुलिस गंभीर नजर नहीं आ रही है. आपको बता दें कि जनवरी 2021 से अब तक जिले में 230 सड़क हादसे हुए हैं. इसमें 185 लोगों की जान चली गयी है. उसके बाद भी मई महीने तक आये दिन सड़क दुर्घटनाओं में लोगों की जान जा रही है. इससे पहले भी खासकर, टाटा- कांड्रा- सरायकेला और चौका- कांड्रा- सरायकेला रोड पर हाल के महीनों में कई हादसों में लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. इस लिहाज से 15 महीने में जिले में मरनेवालों की संख्या दो सौ छूने के करीब आ पहुंचा है, बावजूद इसके सड़क पर बेतरतीब ढ़ंग से चलती छोटी-बड़ी गाड़ियों की संख्या और ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार नहीं होने की वजह से आगे भी हादसों का खतरा रहेगा.
बेतरतीब पार्किंग और सर्विस रोड पर अतिक्रमण दे रहे हादसों को निमंत्रण
बता दें कि जिले की लगभग सभी सड़कों पर बेतरतीब पार्किंग सड़क दुर्घटनाओं का मुख्य कारण हो चला है. इसके अलावा कांड्रा, गमहरिया, आदित्यपुर से होकर गुजरनेवाली टाटा- कांड्रा मुख्य मार्ग के सर्विस रोड पर अतिक्रमण और में केबल व पाइप लाइन बिछाने के लिए खोदे हुए गड्ढे भी जानलेवा साबित हो रहे हैं. कांड्रा- गम्हरिया मार्ग पर सर्विस रोड पर केबल और पाइपलाइन के लिए खोदे गए गड्ढों को एजेंसी द्वारा नहीं भरा गया है, जिससे सर्विस रोड पर आने जाने वाले दो चक्का वाहन एवं चार चक्का वाहनो को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. कांड्रा से गमहरिया जाने के दाई और सर्विस रोड के कुछ – कुछ दूरी में ही पाइप लाइन और केबल बिछाने के लिए गड्ढे खोदने के बाद उस मिट्टी को ठीक से नही ढका गया जिस कारण आने जाने वालों को दिक्कतों का सामना करना पर रहा है. बताते चले की बीते कुछ महीने पहले ही कांड्रा से गम्हरिया तक सर्विस रोड पर पाइप लाइन और केबल बिछाया गया था. जो ठेकेदार की लापरवाही के कारण लोगों की परेशानी का शबब बन गया है. सर्विस रोड पर खोदे हुए गड्ढे को सही तरीके से नही ढका गया तो कभी भी बड़ी दुर्घटना घट सकती है.