प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की रिमांड के दौरान पूछताछ में गिरफ्तार आइएएस अधिकारी पूजा सिंघल के चार्टर्ड अकाउंटेंट सुमन सिंह ने बरामद 19.31 करोड़ रुपये का हिसाब दे दिया है.
ईडी के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार चार्टर्ड अकाउंटेंट ने स्वीकारा है, कि जब्त 19.31 करोड़ रुपये में अधिकांश राशि पूजा सिंघल के ही हैं. लगातार हो रही पूछताछ के बाद अंतत: चार्टर्ड अकाउंटेंट ईडी के अधिकारियों के सामने टूट गया.
उसने पूजा सिंघल, उनके पति अभिषेक झा के रुपयों का हिसाब देना शुरू कर दिया है. उसने ईडी को बताया है कि पल्स अस्पताल की जमीन के लिए सरावगी बिल्डर्स के मालिक गोविंद सरावगी को तीन करोड़ रुपये दिए गए थे. जब चार्टर्ड अकाउंटेंट से पल्स अस्पताल में खर्च की जानकारी ली गई तो उसने बताया है कि पल्स अस्पताल की बिल्डिंग बनाने में कुल लागत 40 करोड़ रुपये व मशीन लगाने में करीब 70 करोड़ रुपये खर्च हुए थे, लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने खर्च कम दिखाया.
गवाहों ने भी स्वीकारा, मनरेगा घोटाले का पैसा स्वयं लेती थी पूजा सिंघल
ईडी ने छानबीन के दौरान खूंटी के बहुचर्चित मनरेगा घोटाले के मामले के आरोपितों का भी बयान लिया है. कुछ आरोपितों ने यह स्वीकार लिया है कि मनरेगा का पैसा वहां राम विनोद प्रसाद सिन्हा स्वयं अपने हाथ से पूजा सिंघल तक पहुंचाया था. राम विनोद प्रसाद सिन्हा के कहने पर कुछ अन्य कर्मियों ने भी अपने हाथों से रुपये पहुंचाया था. ईडी ने ऐसे सभी गवाहों का भी बयान कलमबद्ध किया है.
ईडी ने सीबीआइ को लिखा था, देश छोड़ सकती हैं पूजा सिंघल
ईडी सूत्रों से एक और जानकारी मिली है कि ईडी ने सीबीआइ को पत्र लिखकर पूजा सिंघल व उनके पति अभिषेक झा के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी करने के लिए अनुरोध किया था. ईडी ने यह संकेत दिया था कि जिस तरह से इन लोगों ने मनी लांड्रिंग की है, उससे यह कतई इन्कार नहीं किया जा सकता है कि ये देश छोड़कर न जाएं. पूजा सिंघल व उनके पति कभी भी देश छोड़कर भाग सकते हैं, इसलिए इनके विरुद्ध लुकआउट नोटिस जारी किया जाए. हालांकि, सीबीआइ ने लुकआउट नोटिस जारी नहीं किया था. इधर पंचवटी कंस्ट्रक्शन के मालिक गोविंद सरावगी के बेटे आलोक सरावगी से देर रात तक ईडी के अधिकारी पूछताछ कर रहे थे. यह वही गोविंद सरावगी हैं जिन्होंने पल्स अस्पताल के लिए जमीन बेची थी. इसके एवज में आईएस पूजा सिंघल के कहने पर उनके चार्टर्ड अकाउंटेंट सुमन कुमार ने तीन करोड़ रुपये का भुगतान किया था. स्वास्थ्य कारणों के चलते गोविंद सरावगी के स्थान पर उनके बेटे आलोक सरावगी से ईडी की पूछताछ जारी है. गुरुवार को उनके कांके रोड स्थित आवास पर ईडी के अधिकारियों ने छापेमारी भी की थी.