घाटशिला महाविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग और राष्ट्रीय सेवा योजना के संयुक्त तत्वधान में पृथ्वी दिवस पर प्राचार्य डॉ आरके चौधरी की अध्यक्षता में विमर्श सभा आयोजित की गई. जिसमे जीवन के लिए एक मात्र जगह पृथ्वी का विविध तरीको से हो रहे नुकसान पर चर्चा की गई.
डॉ नरेश कुमार ने अपने वक्तव्य में कहा कि इस धरती की बेहतरी के लिए ज्ञान से ज्यादा श्रद्धा और सम्मान की जरूरत है. पहले धरती के बारे में लोगों के पास ज्ञान और जानकारी कम थी, पर धरती के प्रति सम्मान और श्रद्धा का भाव था. आज के आधुनिक दुनिया मे ज्ञान की बढ़ोत्तरी तो बहुत हुई है पर श्रद्धा और सम्मान कम हुआ है जो कि धरती के लिए एक खतरनाक संकेत है. उन्होंने महान वैज्ञानिक स्टीफेंस हॉकिन्स के एक भाषण का उदाहरण देते हुए बताया कि ” जिस तरह से लोगो का व्यक्तिगत और आर्थिक जीवन का ट्रेंड बना है उससे धरती धीरे- धीरे बीमार हो रही है, और यदि इसी तरह से चलता रहा तो अगले 200 सालों में धरती पर जीवन मुश्किल हो जाएगा. अतः अपने अस्तित्व के लिए हम सभी को धरती के प्रति ज्यादा संवेदनशील होने की जरूरत है.
प्रो विकाश मुंडा ने सभा को संबोधित करते हुए धरती मां के प्रति अपना संतान धर्म निभाने की अपील की.
प्राचार्य ने पर्यावरण के सरंक्षण के लिए जागरूकता फैलाने में एनएसएस वालंटियर्स की सक्रियता पर जोर दिया और कॉलेज परिसर में एनएसएस की गतिविधियों को सराहा. संचालन प्रो. इंदल पासवान ने किया और धन्यवाद ज्ञापन वालंटियर अभिषेक भकत ने किया.
कार्यक्रम के बाद प्रो इंदल पासवान और प्रो विकाश मुंडा के नेतृत्व में सभी वालंटियर्स ने पूरे कॉलेज परिसर से प्लस्टिक चुनकर परिसर की सफाई की.
मौके पर वालंटियर्स चंदना सोरेन, सकीला हांसदा, राहुल दत्ता, इति गोप, ममता किस्कु, मुचीराम हांसदा, उर्मिला मंडी, सुहाना परवीन, सोमा दण्डपात, रवि माझी, जसमती हांसदा सहित राजनीति विज्ञान के विद्यार्थियों ने सक्रिय भूमिका निभाई.