घाटशिला : झारखंड के देवघर के त्रिकुट रोप-वे हादसे के बाद फंसे लोगों के रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए बनी टीम में पोटका प्रखंड के हेंसलबील पंचायत के जाहातु गांव के अमृत मांझी भी शामिल थे. उन्होंने ट्राली में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने में अहम भूमिका निभायी.
अपने सपूत की जांबाजी से यहां के ग्रामीण खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं. गांव के प्रधान रबींद्रनाथ माझी एवं समाजसेवी सदानंद साव कहते हैं कि त्रिकुट रोप-वे ट्राली में फंसे 48 लोंगो में से 46 लोगों को सकुशल निकालने के ऑपरेशन में आइटीबीपी, एनडीआरएफ, वायुसेना व सेना के जवानों का अथक परिश्रम काम आया. इस ऑपरेशन में जाहातु निवासी आइटीबीटी जवान अमृत मांझी ने अहम योगदान दिया. इससे गांव वालों का सीना गर्व से चौड़ा हो गया है. ग्राम प्रधान ने कहा कि अमृत मांझी इसके पूर्व भी जम्मू, श्रीनगर, लेह, लद्दाख एवं गलवान जैसे कठिन जगहों पर अपनी सेवा देकर लोगों का जान बचाने में अहम भूमिका अदा की है. इसबार अमृत को अपने राज्य के लोगों की जान बचाने का मौका मिला, इससे वह खुद को सौभाग्यशाली मानते हैं. अमृत मांझी के योगदान के लिए रेस्क्यू टीम ने भी सराहना की है. भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी रेस्क्यू टीम के साहस और पराक्रम की प्रशंसा की है. रेस्क्यू में लगे अमृत मांझी की तस्वीर समाचार माध्यमों से देख- सुनकर जाहातु के ग्रामीण गर्व का अनुभव कर रहे हैं. मुखिया सावित्री हांसदा, बुधेश्वर मांझी, बलिया सोरेन, विकास साहु,गोपीनाथ मांझी, लालटू गोप, दीपक कैवर्त सहित अन्य ने अमृत मांझी को युवा आइकॉन की संज्ञा दी है. इन्होंंने कहा कि अमृत के नक्सेकदम पर अन्य युवा भी आगे बढ़ेंगे.