ईचागढ़/ तिरुलडीह: सरायकेला- खरसावां जिला के ईचागढ़ व तिरूलडीह थाना क्षेत्र के बालू घाटों से अवैध बालू की निकासी धड़ल्ले से जारी है हालांकि प्रशासन द्वारा गठित स्पेशल टास्क फोर्स की सक्रियता से बालू माफियाओं पर नकेल कसने की तैयारी तेज हो चुकी है.
जहां बीती रात स्पेशल टास्क फोर्स ने सापारूम और तिरूलडी सुवर्ण रेखा नदी घाट से बालू लेकर जा रहे 4 ट्रैक्टरों को जप्त किया. जिसके बाद बालू माफियाओं में हड़कंप मच गया. बताया जा रहा है, कि तिरूलडीह, पैलोंग, सापारूम, सपादा आदि घाटों से बालू कारोबारी रात- दिन धड़ल्ले से बालू का उत्खनन व परिवहन करते है. तिरूलडीह थाना से महज दो तीन किलोमीटर के दायरे में बालू घाटों से बालू माफिया बालू लेकर बंगाल के विभिन्न जगहों में बेचते हैं. बताया जा रहा है कि रात के अंधेरे में हाइवा द्वारा बालू जमशेदपुर आदि शहरों मे भेजा जा रहा है. समय- समय पर वरीय पदाधिकारियों द्वारा छापेमारी कर बालू लदे ट्रैक्टर जप्त किए जाते हैं और मामला दर्ज किया जाता है. फिर भी बालू माफिया क्षेत्र में बेख़ौफ़ होकर अवैध रूप से कारोबार संचालित कर रहे हैं. वैसे गौर करने वाली बात यह है, कि अधिकांश छापेमारी में ट्रैक्टर ही पकड़े जाते हैं, जबकि हाइवा पर किसी प्रकार की कार्रवाई क्यों नहीं होती यह जांच का विषय है. सूत्रों की माने तो बालू के इस खेल में छोटी मछलियों को निशाना बनाया जा रहा है, जबकि बड़ी मछलियों के शिकारी पुलिस और प्रशासन के बड़े अधिकारियों के शिकार कर रहे हैं. फिर चाहे टास्क फोर्स हो या स्थानीय पुलिस प्रशासन आखिर उन्हें केवल ट्रैक्टर ही क्यों नजर आता है, हाईवा क्यों नहीं ! बहरहाल स्पेशल टास्क फोर्स की कार्रवाई के बाद क्षेत्र के बालू माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है. अब देखने वाली बात यह होगी, कि माफिया कब तक मांद में दुबके रहते हैं, और कब तक बालू का खेल बंद रहता है.