जमशेदपुर: भाषा आंदोलन से झारखंड की राजनीति में पहचान बन चुके जयराम महतो अब कोल्हान में भी जमीन तैयार करने में जुट गए हैं. रविवार को जयराम महतो ने पटमदा के दिघी भुला हाई स्कूल मैदान में मौजूदा हेमंत सरकार पर जमकर निशाना साधा. यहां बोड़ाम प्रखंड के दिघी – भुला हाई स्कूल मैदान पर झारखण्डी भाषा खतियान संघर्ष समिति की ओर से एकदिवसीय सांस्कृतिक सह खतियान रैयत संगोष्ठी आयोजित किया गया, जिसमें पहुंचे जयराम महतो का आदिवासी रीति रिवाज और आदिवासी गीत – संगीत से भव्य स्वागत किया गया.
यहां जयराम महतो को सुनने के लिए पूरे ऊत्तरी छोटानागपुर से पटमदा, बोड़ाम, चांडिल, नीमडीह, घाटशिला, चाकुलिया, बड़ाबाजार, बांदवान आदि क्षेत्रों से हजारों लोग पहुंचे थे. जयराम महतो ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि झारखंड की खनिज संपदा को हेमंत सरकार और बाहरी लोग मिलकर लूट रहे हैं, जबकि यहां के खनिज संपदा, नौकरी, शिक्षा, रोजगार पर स्थानीय लोगों का पहला हक है. यह सरकार यहां के स्थानीय लोगों को अधिकार से वंचित रखने के लिए ही खतियान आधारित स्थानीय नीति नहीं बना रही हैं, इस सरकार की नीयत में खोट है. जयराम महतो ने दावा किया है कि पिछले साल टाटा मोटर्स में अस्थायी कर्मचारियों को स्थायी किया गया है, उसमें चंद कर्मचारियों को छोड़ अन्य सभी बाहरी हैं. जयराम महतो ने कहा कि वे 1932 का खतियान आधारित स्थानीय नीति, नियोजन नीति, भाषा नीति लागू कराने के लिए हर कुर्बानी देने को तैयार हैं. जयराम ने कहा कि सरकार हमारी एकता को तोड़ने का हर संभव प्रयास कर रही है, लेकिन हमें अपनी मांगों पर अड़े रहते हुए आंदोलन को जारी रखना है. इस अवसर पर मुख्य रूप से बिश्वनाथ, हाराधान, अजीत, पवित्र, स्वपन, गुरुपद, कृतिबास, संजीव, शंकर, अवधेश, असित, बृंदाबन, रजनी, प्रह्लाद, दीपक, संतोष, सुधांशु, फूलचंद, हिमांशु, निर्मल, रवींद्र, विजय, देवब्रत, प्रबोध, साधन, आकाश, निवारण महतो, हिमांशु, चरण, कृष्णपद आदि शामिल मौजूद रहे.