आदित्यपुर: गुरुवार को जयप्रकाश उद्यान में प्रखर समाजवादी और जेपी आंदोलन के सक्रिय सदस्य रहे स्वर्गीय राम पारस सिन्हा की 9वी पुण्यतिथि मनायी गयी. जिसमें आदित्यपुर के समाजवादी विचारधारा के लोगों ने शिरकत किया और स्वर्गीय सिन्हा के चित्र पर अपने श्रद्धा सुमन अर्पित कर अगली पुण्यतिथि से पूर्व आदित्यपुर में स्वर्गीय सिन्हा की प्रतिमा लगाने का संकल्प लिया.
स्वर्गीय राम पारस सिन्हा का संक्षिप्त परिचय
शुरुआती दिनों में राम पारस बाबू शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े रहे. जेपी की विचारधारा से प्रेरित राम पारस बाबू बाद में लोहियावादी विचारधारा से जुड़े और 1965 में जमशेदपुर से सोशलिस्ट पार्टी से चुनाव भी लड़े. आदित्यपुर अक्षेस के बतौर उपाध्यक्ष रहते उन्होंने आदित्यपुर में फैली महामारी में आंदोलन चलाकर टिस्को की मदद से सफाई व चिकित्सा सेवा उपलब्ध करायी थी. राजद के गठन के बाद वे फाउंडर सदस्य बने. उन्होंने ताउम्र समाजवादी विचारधारा को फैलाने का काम किया. यही वजह है कि आज भी वे युवाओं के प्रेरणास्रोत बने हुए हैं. उन्हें एकीकृत सिंहभूम के एक बड़े समाजवादी नेता के रूप में जाना जाता.
मैं उनका अनुसरण कर समाजवादी बना: पुरेन्द्र
श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए आदित्यपुर नगर परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष पुरेंद्र नारायण सिंह ने कहा कि आज ही के दिन 9 साल पूर्व स्वर्गीय राम पारस बाबू हम सभी को छोड़ गए थे. आज वे हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी विचारधारा जीवित है. उन्होंने कहा मनुष्य मरते हैं, उनकी विचारधारा सदैव जीवित रहती हैं. स्वर्गीय राम पारस बाबू ने ताउम्र समाजवादी विचारधारा को समाज में फैलाने का काम किया उनके विचारधारा से प्रभावित होकर मैंने समाजवाद की सक्रिय राजनीति में कदम रखा जिसे आजतक निभा रहा हूं.
श्रद्धांजलि सभा में मौजूद वक्ताओं ने अपने विचार रखते हुए स्वर्गीय राम पारस सिन्हा को एक कुशल समाजवादी व्यक्तित्व का धनी बताया. वक्ताओं ने कहा कि हमें विभिन्न जातियों में नहीं बल्कि जाति से जमात की ओर एक मंच पर आकर एकजुट होने की आवश्यकता है. यही आह्वान राम पारस बाबू ने किया था. तभी लोकतंत्र के चारों स्तंभों में हमारी भागीदारी सुनिश्चित हो सकेगी. वक्ताओं ने कहा वर्तमान केंद्र सरकार किसानों को सालाना ₹6000 और मजदूरों को 5 किलो अनाज देकर बहुत चालाकी से उनके अधिकारों में कटौती कर रही है. केंद्र सरकार एक तरफ गरीबों को सिलेंडर बांटने का नाटक कर रही है. दूसरी तरफ ₹400 के सिलेंडर को 1100 रूपये कर दिया गया है. यह एससी/ एसटी, ओबीसी को मिले संवैधानिक अधिकारों में समय- समय पर केंद्र सरकार द्वारा की जा रही कटौती के तरफ से ध्यान भटकाने की गहरी साजिश की जा रही है.
श्रद्धांजलि अर्पित करनेवालों में मुख्य रूप से आदित्यपुर नगर परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष पुरेंद्र नारायण सिंह, यादव समन्वय समिति के संरक्षक एसएन यादव, समाजसेवी नगीना सिंह, आदित्यपुर विकास समिति के उपाध्यक्ष वीरेंद्र यादव, रामचंद्र पासवान, उमाशंकर राम, प्रमोद गुप्ता, पार्षद सिद्धनाथ सिंह, राजद के पूर्व प्रदेश सचिव देव प्रकाश देवता, आरके अनिल, राजेश यादव, स्वर्गीय सिन्हा के पुत्र सत्य प्रकाश सिन्हा, जवाहर सिंह, सरदार सुखदेव सिंह, संजय शर्मा, सुनील सिंह आदि मौजूद रहे.