सोनुआ Jayant Pramanik झारखंड पार्टी की और से चाईबासा मे मगंलवार को एक दिवसीय धरना- प्रदर्शन का आयोजन किया गया. इस दौरान इनके द्वार उपायुक्त के माध्यम से राज्यपाल के नाम एक मांग पत्र सौंपा गया. पहला डीएमएफटी फंड से पश्चिमी सिंहभूम के प्राथमिक विद्यालयों से विश्वविद्यालय तक के शिक्षकों के सभी रिक्त पदों पर संविदा के तहत नियुक्ति और दूसरा समस्त झारखंड प्रदेश के अंदर छोटानागपुर और संथाल परगना काश्तकारी अधिनियम से आच्छादित जमीन के अवैध रूप से हस्तांतरित जमीन को असली भूस्वामियों को वापिस दिलाने के लिए जिला स्तरीय टॉस्क फोर्स का गठन करने की मांग शामिल है.
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साथ ही भूमि बैंक में जमा जमीन पारंपरिक व्यवस्था और ग्राम सभा को वापिस करने की मांग की. धरना में उपस्थित जन समूह को संबोधित करते हुए झारखंड पार्टी के केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष सह पूर्व सांसद चित्रसेन सिंकू ने कहा कि जिला में जिला खनिज फाउंडेशन ट्रस्ट में करोड़ों रुपए जमा है. सरकारों की उदासीनता से जिले के कई स्कूल, कॉलेज में शिक्षकों के हजारों पद रिक्त पड़े हुए हैं. प्राथमिक एवं मध्य विद्यालय एक दो शिक्षक के भरोसे में ही चल रहे हैं. जिससे सभी वर्ग के बच्चों को पढ़ना असंभव है. यही कारण है कि सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र- छात्राएं साधारण जोड़- घटाव और रीडिंग नहीं पढ़ पाते हैं. पश्चिम सिंहभूम जिला के प्राथमिक एवं मध्य विद्यालय में लगभग 6480 शिक्षकों के पद खाली पड़े है. उच्च विद्यालयों में 952 और कोल्हान विश्वविद्यालय में 1559 पद खाली है. यही स्थिति प्राथमिक स्वास्थ्य/ उप केन्द्रों में लगभग 396 डॉक्टर, 360 नर्स, 360 आदेशपाल, 360 झाड़ूदार, 18 प्रशिक्षक एवं 18 संगणक के पद खाली हैं. इन सभी पदों पर नियुक्ति में लगभग 98 करोड़ 34 लाख 74हजार का खर्च आता है. डॉक्टर्स बहुधा शिकायत करते हैं कि कम वेतन में उन्हें देहाती क्षेत्र में सेवा देने में काफी कठिनाई होती है इसलिए उनका वेतन अगर डेढ़ लाख कर दिया जाए तो वह खुशी से सेवा दे सकेंगे. उन्होंने कहा कि झारखंड अलग प्रांत बनने के बाद आदिवासी मूलवासियों की जमीन की लूट ज्यादा हो रही है. जबकि सीएनटी/ एसपीटी एक्ट के कड़े प्रावधान के बावजूद जालसाजी एवं अवैध रूप से जमीन के हस्तांतरण का मामला हमेशा प्रकाश में आ रहा है. ऐसी स्थिति में सरकार को प्रत्येक जिला में टास्क फोर्स का गठन कर त्वरित गति से जमीन वापसी की कार्रवाई करनी चाहिए.
पूर्व सांसद दुर्गा प्रसाद जामुदा ने कहा कि सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की घोर कमी के चलते पढ़ाई का स्तर बहुत ही निम्न दर्जे का है. जब तक सभी विषयों के शिक्षक स्कूलों में पर्याप्त मात्रा में नहीं होंगे. तब तक शिक्षा के स्तर में सुधार नहीं हो सकता है. डीएमएफटी फंड गैर जरूरी कार्य में खर्च हो रहा हैं सड़क, पुल, पेयजल आदि के लिए तो सरकार की योजना चल रही है. इसलिए डीएमएफटी फंड से क्षेत्र एवं जनजाति भाषा हो, मुंडा, संथाल, कुडुख आदि के साथ सभी विषय के शिक्षकों की नियुक्ति की जानी चाहिए.
कहा जेएमएम की हेमंत सोरेन ने चुनाव के समय हम जनता से वादा किया था. कि हमारी सरकार बनते ही लैंड बैंक में जमा जमीन मुण्डा मानकी एवं ग्राम सभा को वापस करूंगा, लेकिन अभी तक वापस नहीं हुआ इसलिए झारखंड पार्टी मांग करती है कि शीघ्र लैण्ड बैंक में जमा जमीन वापस किया जाए. साथ ही आदिवासी मूल वासियों का जो जमीन अवैध रूप से लूटी गई है उन्हें वापस करने हेतु टॉस्क फोर्स का गठन किया जाए. मौके पर इस सभा के जिला अध्यक्ष श्री कोलंबस हांसदा, महासचिव मंगल सरदार, उपाध्यक्ष नितिन जमुदा, युवा झारखंड पार्टी के अध्यक्ष रियांश समाड, सरायकेला- खरसावां जिला के कार्यकारी अध्यक्ष मंगल सिंह हसंदा, सरायकेला- खरसावां के जिला युवा जिला अध्यक्ष विनोद बिहारी कुजूर, आनंद बोदरा, राजेश बोईपाई, मंगल सिंह बोईपाई, सोमा पूर्ति, होरोलसी सिंकु, मुरलीधर तुबिद, आदि ने संबोधन किया. धरना में मुख्य रूप से मथुरा पूर्ति, रोशन पूर्ति, सिदयु मुदुया, राजीव समड, रामाय बारजो, हरि पदो नायक, विजय नायक, गणपति नायक, गुराय हांसदा, तुराम सुण्डी, अर्जुन हांसदा, दुर्गा तामसोय, राजेश चेरोवा, तुलसी हांसदा, जगनाथ हेम्ब्रोम, आदि के साथ सैकड़ो की संख्या में जिला के मनोहरपुर विधानसभा, चाईबासा विधानसभा, मझगांव विधानसभा, चक्रधरपुर विधानसभा एवं जगन्नाथपुर विधानसभा से पार्टी के कार्यकर्ता उपस्थित हुए.
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Reporter for Industrial Area Adityapur