सिमडेगा: पोक्सो एक्ट के मामले बाल सुधार गृह में निरुद्ध एक किशोर की मौत ईलाज के दौरान सोमवार को सदर अस्पताल में हो गई. बताया गया कि वह साढ़े तीन महीने से रिमांड होम में रह रहा था. उसकी तबियत बिगड़ने के बाद देर रात्रि ईलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया.


जहां सोमवार की सुबह उसकी मौत हो गई. उसकी मौत की खबर मिलने के बाद परिजन अस्पताल पहुंचे और प्रशासन के खिलाफ आक्रोश व्यक्त करने लगे. परिजनों का कहना था कि उसके बीमार होने की सूचना उन लोगों को समय पर क्यों नहीं दी गई. इस बात को लेकर ग्रामीणों एवं परिजनों में काफी रोष देखा गया. घटना की जानकारी मिलने के बाद एसडीपीओ बैजू उरांव, सदर थाना प्रभारी विनोद पासवान सहित कई पुलिस जवान मौके पर पहुंचे और परिजनों को समझा- बुझा कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. बताया गया कि मजिस्ट्रेट की मौजूदगी और वीडियोग्राफी के साथ शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा. इसके बाद परिजन पोस्टमार्टम के लिए तैयार हुए. बाद में सदर अस्पताल के चिकित्सकों की टीम के द्वारा शव का पोस्टमार्टम वीडियोग्राफी के साथ कराया गया. मौके पर अंचलाधिकारी ठेठईटांगर को मजिस्ट्रेट के रूप में प्रतिनियुक्त किया गया. सादर थाना प्रभारी विनोद पासवान ने बताया कि फिलहाल पुलिस अस्वाभाविक मौत का मामला दर्ज कर अनुसंधान करेगी. अनुसंधान के आधार पर अग्रतर कारवाई की जाएगी. इधर बताया गया कि कुछ दिन पूर्व वॉलीबॉल खेलने के दौरान सिर में चोट लगी थी. हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का पता चल सकेगा. फिलहाल पुलिस मामले की तफ्तीश में जुट गई है.