दुमका (Mohit Kumar) छात्र चेतना संगठन की ओर से सोमवार को दुमका के यज्ञ मैदान में 25वां स्थापना दिवस समारोह पूर्वक मनाया गया. इसमें संताल परगना के सभी छह जिलों के अलावा झारखंड राज्य के अन्य जिलों एवं पड़ोसी राज्यों से भी संगठन के हजारों कार्यकर्ता और अधिकारी पहुंचे थे. संगठन के युवाओं ने शहर में मोटरसाईकिल रैली निकाली और महापुरुषों की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण किया.
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रैली निकाल दी गई श्रद्धांजलि
रैली शहर के मुख्य मार्गो से होती हुईं यज्ञ मैदान पहुंची, जहां चन्द्रशेखर आजाद सहित झारखंड के गुमनाम शहीदों के चित्रों पर माल्यार्पण कर उनके प्रति कृतज्ञता प्रकट की गई.
संगठन के केंद्रीय प्रमुख हिमांशु मिश्रा, केंद्रीय सलाहकार डॉ आरके नीरज, प्रदेश अध्यक्ष डॉ हनीफ एवं केंद्रीय समिति सदस्य पूनम शेखर ने दीप जलाकर व भारत के महान क्रांतिकारी पंडित चंद्रशेखर आजाद के चित्र पट पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया.
रंगारंग कार्यक्रम की प्रस्तुति
छात्राओं की ओर से रंगारंग राष्ट्रीय सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया. उसके बाद आदिवासी बालिकाओं की ओर से परंपरागत नृत्य प्रस्तुत किया गया और संगठन से जुड़ी छात्राओं ने क्षेत्रीय खोरठा नृत्य की प्रस्तुति दी.
क्रांतिकारी पंडित चंद्रशेखर आजाद को दी गई श्रद्धांजलि
केंद्रीय अध्यक्ष हिमांशु मिश्रा ने कहा कि 25वां स्थापना दिवस पर भारत के पुरातन संस्कृति, सभ्यता और भारत के पुनर्निर्माण को संकल्पित हैं. भारत के महान क्रांतिकारी पंडित चंद्रशेखर आजाद ने जिस महान भारत के सपनों को देखा था, आज वह समय आ गया है, आज हम इस अवस्था में खड़े हैं, जहां हम उनके इस पावन और महान सपने को साकार कर सकते हैं. उस महान लक्ष्य तक पहुंचने के लिए हमें जाति धर्म और लिंग भेद से उपर उठकर भारत में फैली विषमताओं और कुरीतियों को दूर करने के लिए काम करना होगा. इसे दूर करने का हमारे पास एक ही अस्त्र है शिक्षा. क्योंकि सभी बुराइयों की जड़ केवल और केवल अशिक्षा है. छात्र चेतना संगठन वैसे छात्र- छात्राओं का जिनकी उम्र 7 से 15 साल तक है और उनके माता- पिता नहीं है, या जिनके माता- पिता उनकी पढ़ाई की व्यवस्था करने में सक्षम नहीं है और बच्चा पढ़ना चाहता है, उन सभी बच्चों की प्रतिभाओं को निखारने के लिए छात्र चेतना संगठन अगले एक वर्ष में ऐसे 100 बच्चों को मदद करेगा. जो संख्या 2030 तक 1000 छात्रों की प्रतिभा को निखारने का लक्ष्य रखा गया है. यह लक्ष्य 2030 के बाद प्रतिवर्ष 1000 छात्र छात्राएं तैयार होंगे तब छात्र चेतना संगठन के भारत पुनर्निर्माण के लक्ष्य को कोई नकारात्मक शक्ति नहीं रोक पाएंगे. हम एक समृद्ध, वैभवशाली, संप्रभु भारत का पुनर्निर्माण कर माँ भारती को विश्व गुरु के परम वैभव पर स्थापित कर सकते हैं.
छात्र चेतना संगठन के केंद्रीय सलाहकार डॉक्टर आर के नीरद ने कहा कि यह साल दो अर्थों में महत्वपूर्ण है. पहला तो यह है कि यह देश की आजादी का गौरव वर्ष से है जिसमें राष्ट्रीय चेतना के विकास के साथ-साथ अपने सांस्कृतिक गौरव और अपने गुमनाम नायकों को सामने लाने का संकल्प पूरे राष्ट्र ने लिया है. छात्र चेतना संगठन भी इस संकल्प के साथ है. दूसरी महत्वपूर्ण बात यही किया साल छात्र चेतना संगठन का रजत वर्ष है. उन्होंने कहा कि युवाओं को रचनात्मक दिशा देना छात्र चेतना संगठन का मूल ध्येय है. उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के तेजी से विस्तार तथा उससे उत्पन्न अवसर और चुनौतियों के प्रति युवाओं को आगाह करते हुए कहा कि राज्य में उच्च शिक्षा व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता है.
ये थे मौजूद
डॉक्टर हनीफ, देवघर जिला प्रमुख सुमन यादव, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य शिवनारायण कुमार, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य प्रशांत लायक नगर महासचिव राकेश मिश्रा, अमन दुबे, जिला छात्रा प्रमुख मालोती टुडु, जिला कार्यसमिति सदस्य चंदन पाल, मृत्युंजय मिश्रा, आदि मौजूद थे.
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Reporter for Industrial Area Adityapur