चांडिल/ Sumangal Kundu गुरुवार को चांडिल बांध स्थित नौका विहार स्थल पर विस्थापितों की एक बैठक हुई जिसमें तय किया गया कि संगठन को चुस्त- दुरुस्त कर आगामी भूमिका के लिए मुस्तैदी से प्रस्तुत होने के उद्देश्य से आगामी ज्येष्ठ पूर्णिमा अर्थात 3 जून को रात्रिकालीन सम्मेलन आयोजित किया जाएगा.


विदित हो कि वर्षों से समस्याओं के लंबित होने के चलते विस्थापितों में काफी रोष है. सभी पुनर्वास स्थलों के सीमांकन और वहां रह रहे विस्थापितों को आवासीय भूखंडों का मालिकाना आज तक नहीं मिला है. चांडिल बांध के युवा विस्थापितों के सामने आज सबसे गहरा संकट रोजगार का है. विस्थापितों की पहली पीढ़ी को परियोजना एवं सरकारी विभागों में 1993 तक ही नियुक्ति मिली थी जिसमे अधिकांश रिटायर कर चुके हैं. एक आंकलन के अनुसार अगले पांच वर्षों में पहली पीढी के विस्थापित रिटायर हो जाएंगे. इस तरह से विस्थापितों के सामने आज गंभीर संकट है.
बैठक में निर्णय लिया गया कि चांडिल जलाशय का निर्माण कृषि के विकास के लिए सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने के लिए किया गया है, जबकि इस बांध के पानी का उपयोग केवल कंपनियों के लिए हो रहा है. विस्थापितों की मांग है कि चांडिल जलाशय से पानी प्राप्त करने वाली सभी लाभुक कंपनियों का दायित्व है कि वे रोजगार के अवसरों में विस्थापितों को प्राथमिकता दें.
आज की बैठक में श्यामल मार्डी, वासुदेव आदित्यदेव, जगदीश सिंह सरदार, पशुपति सिंह सरदार, किरण वीर, ईश्वर गोप, डोमन बास्के, सुकलाल मुर्मू , नारायण गोप, कार्तिक महतो, अरविंद अंजुम आदि शामिल हुए.

Reporter for Industrial Area Adityapur