चक्रधरपुर/ Ashish Kumar Verma प्रत्येक वर्ष बरसात के दिनों में टोकलो रोड में जलजाव की समस्या से लोगों को जूझना पड़ता है. जिससे निजाद दिलाने के लिए मंगलवार को विधायक सुखराम उरांव ने उपायुक्त को पत्र लिखा है. जिसमे संकरिया घर से लेकर श्यामरायडीह चौक तक केनाल के मुख्य नाला को अतिक्रमण मुक्त करते हुए पक्की नाली का निर्माण के संबंध में कहा गया है.
इसके साथ श्री उरांव ने दुर्गा पूजा के पूर्व चक्रधरपुर नगर क्षेत्र में झूले हुए बिजली के तार, टूटे स्लेब एवं शहर में स्ट्रीट लाईट को ठीक करने तथा पारम्पारिक त्यौहारों के उपलक्ष्य में आयोजित होने वाले फुटबॉल खेल, सांस्कृतिक कार्यक्रम, स्पॉट्स एवं मुर्गा पाड़ा आदि में जिला प्रशासन द्वारा सहयोग करने की भी बात कही गई है.
विधायक सुखराम उरांव ने कहा कि चक्रधरपुर नगर परिषद् चक्रधरपुर प्रखण्ड क्षेत्र अर्न्तगत पड़ने वाले संकरिया घर से लेकर श्यामरायडीह चौक तक केनाल का मुख्य नाला प्रत्येक वर्ष बरसात में पानी का बहाव ज्यादा होने के कारण और नाला में अतिक्रमण कर संकीर्ण हो जाने के कारण केनाल का मुख्य नाला का पानी शहर के कई वार्डों में घुसते हुए जलमय हो जाता है, जैसे झुमका मुहल्ला, चाँदमारी, संतोषी मंदिर, कुम्भा टोली, आदि क्षेत्रों को प्रभावित करता है. जिससे जनजीवन के साथ व्यवसाय को भी प्रभावित करता है. यह समस्या प्रत्येक वर्ष बना रहता है. जिसके निजाद के लिए संकरिया घर से श्यामरायडीह चौक तक लगभग 2600 फीट पक्की नाली जिला के किसी भी मद से प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान करते हुए जल्द से जल्द निर्माण करवाया जाय.
इसके साथ ही विधायक सुखराम उरांव ने दुर्गा पूजा के पूर्व चक्रधरपुर नगर क्षेत्र में झूले हुए बिजली के तार, टुटे स्लेब एवं शहर में स्ट्रीट लाईट को ठीक करने को लेकर भी उपयुक्त को पत्र लिखा है. जिसमे उन्होंने कहा है कि चक्रधरपुर शहर एवं ग्रामीण क्षेत्रों को मिलाकर लगभग 25 दुर्गा पूजा पंडालों में माँ दुर्गा का पूजा होती है. दुर्गा पूजा के सफल आयोजन के लिए समय पूर्व शहर के खम्भों में झूले तार, टुटे स्लेब एवं स्ट्रीट लाईट को ठीक करना सुनिश्चित किया जाए.
इसके साथ ही उन्होंने राज्य में पूर्वजों के समय से चलते आ रहे पारम्पारिक त्यौहारों के उपलक्ष्य में आयोजित होने वाले फुटबॉल खेल, सांस्कृतिक कार्यक्रम, स्पॉट्स एवं मुर्गा पाड़ा आदि में जिला प्रशासन द्वारा सहयोग करने की भी मांग करते हुए कहा है कि झारखण्ड राज्य आदिवासी बहुल राज्य के साथ-साथ सांस्कृतिक और रुढि प्रथाओं से जुड़ा राज्य है. ग्रामीण क्षेत्रों में मनोरंजन के रूप में पर्व त्यौहार को आम जनमानस मनाते है. इन पर्व त्यौहारों को लोग एक दूसरे को सहयोग, मेल- मिलाप और एक जुटता को बढ़ावा देने के संदेश के रूप में मनाते है. साथ ही ग्रामीणों द्वारा फुटबॉल प्रतियोगिता, सांस्कृतिक कार्यक्रम, स्पॉटस एवं मनोरंजन के लिए मुर्गा पाड़ा का भी आयोजन करते हैं. विगत कुछ वर्षो से ग्रामीणों द्वारा आयोजन पर जिला प्रशासन द्वारा सहयोग नहीं करने के कारण कार्यक्रम नहीं हो पा रहा है, जिससे आम जनताओं के पारम्पारिक व्यावस्था के तहत चलते आ रहे कार्यक्रम को बाधा पहुँच रहा है. यह कार्यक्रम किसी पर्व- त्यौहारों में आयोजित होता है, जिससे आम जनता मनोरंजन के रूप में संचालित करते हुए आपसी भाईचारा को मजबूती का संदेश देते है. जिसे करने के लिए प्रशासन को न्यायसंगत सहयोग करने की दिशा में आवश्यक दिशा निर्देश दिया जाए.
Reporter for Industrial Area Adityapur