DESK कोरोना महामारी के बाद अब ओमिक्रोन के नए वैरिएंट BF.7 का खतरा दुनिया पर मंडराने लगा है. चीन में ओमिक्रोन के नए वैरिएंट BF.7 के कारण मौतों का सिलसिला बढ़ता ही जा रहा है. दुनिया भर के देश चीन की स्थिति को देख चिंतित नजर आ रहे हैं.
भारत में भी इस महामारी को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय फिर से एक्टिव मोड में आ गया है. बताया जा रहा है कि जिस वैरिएंट ने चीन में तबाही मचाई है. उस वैरिएंट के भारत में पांच मामले सामने आ चुके हैं. इसमें तीन मामले तो गुजरात के हैं, वहीं दो मामले ओडिशा से भी सामने आए हैं. हालांकि पांचों केस तीन माह पहले के बताए गए हैं. फिलहाल, सभी मरीज पूरी तरह से स्वस्थ हैं.
तीन माह पूर्व हुई थी ओमिक्रोन कि भारत में एंट्री
कोरोना के जिस वेरिएंट ने चीन में मौतों का सैलाब ला दिया है, भारत में उस वैरिएंट की इंट्री सितंबर में हो गई थी. खुद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने इसकी पुष्टि की है. मंडाविया ने बताया कि कोरोना का खतरनाक चीनी वैरिएंट BF-7 सितंबर में ही भारत आ गया था. बडोदरा में एक NRI महिला में इसके लक्षण मिले थे. वह अमेरिका से वडोदरा आई थी. उसके कॉन्टैक्ट में आए 2 अन्य लोगों की भी जांच हुई थी, हालांकि उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई थी. बाद में महिला ठीक हो गई थी. इसके अलावा BF-7 के दो अन्य केस अहमदाबाद और ओडिशा में भी मिले थे.
कितना खतरनाक है BF-7 वैरिएंट
डॉक्टर रणदीप गुलेरिया कहते हैं कि BF- 7 ओमिक्रॉन का ही एक सबवैरिएंट है. बड़ी बात ये है कि इस वैरिएंट में इम्युनिटी को चकमा देने की ताकत है. इसी वजह से अगर किसी को पहले कोरोना हुआ भी हो, वो फिर इस वैरिएंट से संक्रमित हो सकता है. वैक्सीन लेने के बाद भी शख्स इस वैरिएंट की चपेट में आ सकता है, लेकिन केस की गंभीरता कम रहेगी.
झारखंड में अलर्ट
इधर ओमिक्रोन के नए वैरिएंट के संभावित खतरे को देखते हुए झारखंड सरकार और स्वास्थ्य मंत्रालय अलर्ट मोड पर है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने गाइडलाइन जारी कर स्थिति पर नजर रखने का निर्देश दिया है. इसको लेकर एक टीम का गठन किया गया है, जो इस बीमारी पर गंभीर नजर रख रही है. एयरपोर्ट बस, टर्मिनल एवं रेलवे स्टेशनों पर जांच तेज करने का निर्देश जारी कर दिया गया है.
Reporter for Industrial Area Adityapur